धान खरीदी में व्याप्त अव्यवस्था एवं कांग्रेसी सरकार की वादाखिलाफी को लेकर भाजपा ने उदयपुर में किया एक दिवसीय धरना
धान खरीदी में व्याप्त अव्यवस्था एवं कांग्रेसी सरकार की वादाखिलाफी को लेकर भाजपा ने उदयपुर में किया एक दिवसीय धरना
उदयपुर:-नगर में बुधवार को बस स्टैंड में भाजपा ने धान खरीदी की अव्यवस्था और विधानसभा चुनाव के दौरान की गई घोषणा के विपरीत सरकार की गतिविधियों का आरोप लगाते हुए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस द्वारा गंगाजल की कसम खाकर प्रदेश के अन्नदाताओं से उनका एक-एक दाना धान खरीदी का वादा किया था परंतु सत्ता में आने के बाद कांग्रेस अपने वादों से मुकर गई है, आज किसान स्वयं को ठगा हुआ और असहाय महसूस कर रहा है। भाजपा के लोगों द्वारा राज्यपाल के नाम पर तहसीलदार को सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि किसानों के धान का रकबा गिरदावरी के नाम पर काटा गया है, करीब दो लाख एकड़ का रकबा इस बहाने कम कर दिया गया है। तहसील कार्यालय में आवेदन तथा टोल फ्री नंबर पर किए गए आवेदनों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। किसान भटक रहे हैं रकबा कम होने से निराश होकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं किसानों के वास्तविक रकबा के आधार पर धान खरीदी हो। छत्तीसगढ़ सरकार ने बारदाना खरीदी हेतु आवश्यक कदम नहीं उठाया जिससे खरीदी केंद्रों में बारदाना की कमी हो रही है इसका खामियाजा भी किसानों को भुगतना पड़ रहा है। कांग्रेस ने किसानों को न्यूनतम 2500 रु. प्रति क्विंटल की कीमत पर धान खरीदी का वादा किया था परंतु पिछले वर्ष जिन किसानों ने धान बेचा है उनका पैसा भी अभी तक नहीं मिल पाया है। पिछले बकाया की राशि को भुगतान किया जाए भी किसानों को भुगतान किया जाए। आदिवासी क्षेत्र में वन अधिकार प्राप्त किसानों के धान की खरीदी भी प्रारंभ किया जाना चाहिए ।प्रदेश के किसानों द्वारा आत्महत्या करने का दुखद क्रम जारी है, आत्महत्या करने वाले सभी दिवंगत के परिवारों को 25 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान करने का मांग भी इस ज्ञापन में किया गया है। इन मांगों से संबंधित ज्ञापन राज्यपाल के नाम का ज्ञापन तहसीलदार सुभाष शुक्ला को सौंपा गया है।
इस दौरान सभी मण्डल के अध्यक्ष, जिला एवं प्रदेश के भाजपाई मौजूद रहे