वन अमला ने ग्राम बासेन में की बेदखली की कार्यवाही
एक वर्ष से जंगल में अवैध कब्जा कर लकड़ी का घर बना लिए थे
वन अमला ने ग्राम बासेन में की बेदखली की कार्यवाही
एक वर्ष से जंगल में अवैध कब्जा कर लकड़ी का घर बना लिए थे
उदयपुर- वन परिक्षेत्र उदयपुर अंतर्गत ग्राम बासेन में दो ग्रामीणों द्वारा 2019 से जंगल की जमीन पर कब्जा के नियत से लकड़ी का झोपड़ी बना लिया गया था। वन अमला द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद भी कब्जा नहीं छोड़ा जा रहा था। जबकि अतिक्रमण करने वाले जगरनाथ को कोल खदान से मुआवजा मिला हुआ है इसके चार बेटे है और मुआवजा मिलने के बाद अलग जगहों पर मकान बनाकर निवास कर रहे है। एक महिला अतिक्रमणकर्ता श्यामबाई द्वारा भी जंगल में अवैध कब्जा किया जाकर जंगल में झोपड़ी बनाया गया था। उच्चाधिकारियों को मामले से वन अमला उदयपुर द्वारा अवगत कराया गया । डीएफओ पंकज कमल के मार्गदर्शन में एस.डी.ओ. एस.एन मिश्रा, रेंजर उदयपुर सपना मुखर्जी एवं रेंजर लखनपुर सूर्यकांत सोनी के नेतृत्व में वन अमला बुधवार को सुबह 10 बजे ग्राम बासेन पहुंचा उक्त कार्यवाही शाम 4 बजे तक चली।
पुलिस बल सहित जेसीबी वाहन व ट्रक लेकर पहुंचे तथा जंगल के किनारे अवैध रूप से कब्जा किए हुए लोगों के खिलाफ बेदखली की कार्यवाही की गई । जेसीबी से लकड़ी को हटवाया गया तथा 2 ट्रकों में भरकर बेदखली कार्यवाही से जप्त लकड़ी को वन परिक्षेत्र कार्यालय उदयपुर लाया गया।
वन अमला द्वारा आज की गई कार्यवाही से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
बेदखली की कार्यवाही के दौरान लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी देखने वालों का हुजूम लगा हुआ था।
अतिक्रमणकारी के पुत्र द्वारा सब के सामने भरी भीड़ में वन विभाग के एक स्टॉफ को जान से मारने की धमकी भी दी गई। इस मामले वन विभाग द्वारा लिखित में थाना में सूचना देने की बात बताई गई है।
इन सबके बावजूद वन अमले ने बेदखली की कार्यवाही को पूर्ण किया।
उक्त कार्यवाही में उप वन क्षेत्रपाल परिक्षेत्र सहायक अरूण प्रसाद सिंह, वनपाल जुगेश साहू , श्यामबिहारी सोनी, विश्वास दास वैष्णव, रामनाथ राम, वनरक्षक अमरनाथ राजवाड़े, परमेश्वर राम, बसंत राम, भरत सिंह, नन्द कुमार सिंह, सियाराम वर्मा, महेन्द्र राम, धनेश्वर सिंह आरमो कुमार, विष्णु सिंह, ऋषि कुमार रवि, बुधसाय, बिन्देश्वर, हरिशंकर महिला वन रक्षक अंशुमाला एक्का, फूलमनी एवं पुलिस आरक्षक संजीव पाण्डेय अमित विश्वकर्मा, सौरी शामिल रहे।