छिंदवाडा-हावड़ा किसान रेल आज रात 11.30 बजे आएगी
हावड़ा तक भाड़े में 50 प्रतिशत की छूट
कोरोनाकाल में ट्रांसपोर्टिंग की दिक्कत इसलिए रेलवे दूसरी बार चला रहा ट्रेन
रायगढ़. भारतीय रेलवे ने किसानों को मदद करने तथा देश-भर में कृषि उत्पादों की तेज ढुलाई के लिए किसान रेल चलाने की घोषणा की है। इस ट्रेन में किसानों को सामान्य दिनों की अपेक्षा 50 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी। झारसुगुड़ा की ओर जाने वाली ट्रेन बुधवार रायगढ़ में रात 11.30 बजे आएगी। इसी तरह बिलासपुर की ओर जाने वाली गुरुवार सुबह 3.20 बजे आएगी। महीनेभर पहले भी किसान रेल का एक फेरा लगा था। सब्जियों की उपज नष्ट होने से बचाने और सड़क परिवहन में लगने वाले समय को बचाने के लिए किसानों के लिए ट्रेन शुरू की गई है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा कृषि और बागवानी उत्पादों को ले जाने के लिए छिंदवाड़ा एवं हावड़ा के मध्य एक फेरे के लिए 28 अक्टूबर को किसान रेल चलाई गई थी। इसके बाद दोबारा यह ट्रेन 2 दिसंबर को छिंदवाड़ा से हावड़ा के लिए और 3 दिसंबर को हावड़ा से छिंदवाड़ा के लिए 00883/00884 किसान रेल के रूप में चलेगी। छिंदवाड़ा से खड़गपुर हावड़ा तक किसान रेल शुरू होने से इस क्षेत्र के किसानों को फल एवं सब्जियां सुरक्षित ले जाने का मौका मिलेगा। साथ ही इस ट्रेन से किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को ही फायदा मिलेगा। सड़क परिवहन की अपेक्षा रेल मार्ग कृषि उत्पादों की त्वरित ढुलाई सुनिश्चित में सहायक होता है। इस किसान रेल गाड़ी में 4 पार्सल वाहन, 12 सामान्य, 2 एसएलआर सहित 18 कोच हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में ट्रांसपोर्टिंग के साधन कम हैं ऐसे में कृषि उत्पाद का परिवहन हो इसलिए यह ट्रेन दूसरी बार चलेगी।
रेलवे ने एक दिन पहले जारी की सूचना
रेलवे ने ट्रेन चलाने की घोषणा एक दिन पहले ही की है। ऐसे में किसानों तक इसकी जानकारी पहुंचने में परेशानी होगी। मंगलवार देर रात तक रायगढ़ पार्सल में एक भी बुकिंग नहीं आई थी। किसानों को देर से सूचना मिलने पर वे अपना माल बुक ही नहीं करा पाएंगे। इस सुविधा को बीच के दलालों को हटाने के लिए शुरू किया है। ताकि किसान अपने घर से ही दूसरे प्रदेशों या जिलों के मंडी में बात करके सब्जी बेच सके। लेकिन इतने कम समय में कोई भी किसान इतनी तैयारी नहीं कर पाएगा। ऐेसे में इस योजना के फेल होने का डर ज्यादा है।
साभार: दैनिक भास्कर