ज्यादा ट्रैफिक वाली सड़कों पर ए ग्रीन बेल्ट होगी तैयार: कलेक्टर भीम सिंह
रायगढ़. जिले में प्रदूषण नियंत्रण व वायु गुणवत्ता सुधार के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए कलेक्टर भीम सिंह ने एक महत्वपूर्ण बैठक ली। इसके लिए उन्होंने पर्यावरण विभाग को एक प्रजेंटेशन तैयार करने का जिम्मा सौंपा था। इसके आधार पर प्रदूषण नियंत्रण के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा कि प्रमुख रूप से पर्यावरण गाइडलाइन्स के पालन के साथ सड़क सुधार और हरियाली विस्तार पर फोकस होगा। ज्यादा ट्रैफिक वाली सड़कों जिनमें प्रमुख रूप से ढीमरापुर चौक से पतरापाली और कोतरा रोड की ओर जाने वाली सड़कों पर प्रमुखता से ए ग्रीन बेल्ट तैयार करने के लिए कहा और किनारे हरियाली प्रसार के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश पर्यावरण, पीडब्लूडी, नगर निगम और वन विभाग को दिए। उन्होंने ढिमरापुर चौक पर भी प्रदूषण मापने के लिए मशीन लगाने के निर्देश दिए ताकि प्रदूषण का स्तर पता चल सके।
भारी वाहनों के लिए शहर के चारों ओर बनेगी सड़क
कलेक्टर ने जर्जर सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने लिए शहर के चारों ओर बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर मोड में सड़क बनाने के निर्देश दिए। इसके लिए पीडब्ल्यूडी को सर्वे कर प्रपोजल तैयार करने को कहा। इसके साथ ही अन्य प्रमुख मार्ग जिन्हें सुधारा जाना है उसकी एक विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। शहर के भीतर की सड़कों के लिए नगर निगम आयुक्त से कहा कि जहां सुधार कार्य किया जाना है उसे चिन्हांकित करें, शहरी सड़कों में शोल्डर निर्माण के लिए भी सर्वे करें। ढिमरापुर चौक चौराहा से जाने वाली सड़कों की मरम्मत काम उद्योगों से समन्वय कर करवाने के लिए कहा। इन मार्गों पर निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होता तब तक नियमित पानी का छिड़काव के निर्देश दिए।
गाइडलाइन का पालन कराने विभागों को जिम्मेदारी
सभी संबंधित विभागों को कलेक्टर ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए गाइडलाइन्स व मानकों का पालन करवाने एक्शन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए। पर्यावरण अधिकारी को जिले के सभी उद्योगों में ईएसपी की अगले एक महीने में जांच कर स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। फ्लाई ऐश निपटान के लिए शासन के मापदंडों के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। बिना ढंके रॉ-मटेरियल का परिवहन, ओवरलोड और बिना फिटनेस के चल रही वाहनों पर लगातार कार्रवाई करें। उन्होंने पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच करने के लिए भी कहा। शासन द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप ही प्लास्टिक बैग का उपयोग किया जाए। इसके लिए सघन जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए। खुले में कचरा व प्लास्टिक जलाने वाले पर भी कार्रवाई की जाए। साभार: दैनिक भास्कर