नक्सलियों के डिवीजन कमांडेंट और जन मलेशिया कमांडर को परास्त करने वाले लीलाधर को अब मिलेगा वीरता पदक
15 अगस्त 2021 को सम्मानित किए जाएंगे जिले के युवा टीआई, पाली में हैं पदस्थ
बाराद्वार. दिसंबर 16 में डीआरजी ऑपरेशन टीम का नेतृत्व करते हुए नक्सलियों के डिवीजन कमांडेंट को मारने वाले एसआई लीलाधर राठौर को आउट आफ टर्न प्रमोशन दिया है। कमांडेंट पर सरकार ने 8 लाख रु. का इनाम रखा था। इस बहादुारी के लिए लीलाधर को सरकार ने निरीक्षक के पद पर पदोन्नत किया है। वर्ष 2018 जुलाई में निरीक्षक श्री राठौर के नेतृत्व में ऑपरेशन टीम ने जन मलेशिया कमांडर को हथियार के साथ मार गिराया। इन दोनों कार्यों के कारण सरकार ने इनका चयन गैलेंट्री अवार्ड के लिए किया है। यह सम्मान 15 अगस्त 21 को दिया जाएगा। लीलाधर राठौर कोरबा जिले के पाली थाना में टीआई हैं। जांजगीर चांपा जिले के बाराद्वार शहर से 9 किलोमीटर दूर झरना निवासी निरीक्षक लीलाधर राठौर का चयन पुलिस गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए हुआ है। श्री राठौर की भर्ती एसआई पद पर हुई थी। नक्सली क्षेत्र में रहते हुए उन्होंने अच्छा काम किया। उन्होंने नक्सलियों के गढ़ में घुसकर न सिर्फ नक्सलियों का सामना किया, बल्कि कई ऑपरेशन का नेतृत्वकर नक्सलियों को मार गिराया। श्री राठौर की प्रारंभिक शिक्षा झरना में हुई। उन्होंने जांजगीर महाविद्यालय में बीएससी की पढ़ाई की। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए इंदौर चले गए, जहां उन्होंने एमएससी पूरी की। वापस लौटकर उन्होंने रविशंकर विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के लिए ज्वाइन किया। साथ ही सिविल परीक्षा की तैयारी शुरू दी थी, पर पिता हेमचंद राठौर चाहते थे कि वे देश की सेवा करें इसलिए उन्हाेंने पुलिस विभाग को चुना। पुलिस सेवा में उनका चयन 2013 में सब इंस्पेक्टर के तौर पर हुआ तथा लगभग डेढ़ वर्षों के अकादमी ट्रेनिंग व डेढ़ वर्षों के व्यावहारिक ट्रेनिंग महासमुंद में पूरी करने के बाद 2016 उनकी पहली तैनाती घोर नक्सल क्षेत्र बीजापुर जिले में हुई। वे बीजापुर में अपनी सेवा देते रहे थे कि इस बीच उन्हें नक्सल क्षेत्र में कार्य करने के लिए कमांडो की विशेष ट्रेनिंग लेने मिजोरम भेजा गया, वहां वे 30 दिन की ट्रेनिंग कर पुनः नक्सलियों के गढ़ में लौटे।
डीआरजी इंचार्ज के रूप में किया काम
अपने कार्यकाल का अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे अपना लगभग पूरे तीन साल बीजापुर घोर नक्सली क्षेत्र में डीआरजी इंचार्ज के रूप में कार्य किया। कोरबा जिले में आमद के साथ श्यांग पुलिस चौकी की जिम्मेदारी मिली, जिसके बाद पसान व वर्तमान में पाली थाना की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदेश से आठ लोगों का हुआ है चयन
पुलिस गैलेंट्री अवार्ड के लिए प्रदेश से आठ लोगों का चयन हुआ है। टीआई लीलाधर राठाैर के अलावा एसआई संतोष हेमला, हेडकांस्टेबल टीपी दीलिप, टीआई अजय सोनकर, कंपनी कमांडर ओमप्रकाश सेन, इंस्पेक्टर रामायण उसेंडी, एएसआई रामकुमार सोरी शामिल हैं।
साभार: दैनिक भास्कर