बिलिंग बढ़ाने के लिए घर-घर जाकर करेंगे रीडिंग जांच
बिजली चोरी घटाने के लिए एई व जेई को एक-एक फीडर की जवाबदारी
जांजगीर. हर महीने विभाग को हो रही लाइन लॉस और आर्थिक क्षति की रोकथाम के लिए विद्युत मंडल ने पहले चरण में चांपा नैला के बीच घर-घर जाकर सर्वे करने की योजना बनाई है। इसके लिए 28 टीम बनाई गई है। यह टीम सब स्टेशनों से फीडर के जरिए घरों तक पहुंचने वाले सप्लाई की जांच कर नुकसान के कारणों को ढूंढेगी। दैनिक भास्कर ने 13 दिसंबर को विद्युत मंडल के पास 3 करोड़ 20 लाख यूनिट बिजली का हिसाब नहीं होने की खबर प्रकाशित की थी। इससे विभाग को अगस्त में करीब 10 करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति होना बताया था, जिसके बाद विभाग ने टीम गठित कर नुकसान का प्रतिशत कम करने का प्रयास शुरू कर दिया है। पहले चरण में चांपा और नैला में जांच अभियान चलाया जाएगा। इन दोनों जगहों पर करीब 26 हजार उपभोक्ता है। इसके बाद सक्ती, अकलतरा समेत जिले के शेष शहरी क्षेत्रों में अलग- अलग टीम गठित कर कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान गड़बड़ी मिलने पर संबंधित उपभोक्ता पर कार्रवाई भी की जाएगी।
मीटर और सर्विस केबल की भी करेंगे जांच
शहरी क्षेत्रों में घरेलू कनेक्शनों की जांच एई और जेई करेंगे। कंपनी की तय गाइड लाइन के अनुसार टीम कनेक्शनों के मीटर और लोड क्षमता देंखेंगे। रीडिंग व मीटर कितनी ऊंचाई पर है, घर के बाहर है या भीतर है। सर्विस लाइन में छेड़छाड़ का उल्लेख करेंगे।
16 फीडर के लिए 16 अफसरों की टीम बनाई
नैला में 16 फीडर के लिए 16 अफसरों की टीम बनाई है। चांपा में 12 फीडर के लिए टीम बनाई है। इंजीनियर को एक फीडर की जिम्मेदारी दी है। फीडर तक पहुंचने वाली सप्लाई और उसके बाद वितरण के दौरान होने वाले नुकसान की जांच की जाएगी।
चांपा व नैला में जांच के लिए टीम बनाई गई हैै
“टाउन में एरिया में यूनिट लॉस कम करने चरण बद्ध तरीके से घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा। पहले चरण में चांपा नैला में जांच अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए कुल 28 टीम गठित की गई है। टीम के प्रत्येक इंजीनियर को एक फीडर की जिम्मेदारी दी गई है।”
-मनीष तनेजा, अधीक्षण यंत्री, जांजगीर-नैला
साभार: दैनिक भास्कर