मेडिकल कालेज रांची में एडमिशन दिलाने के नाम पर 26 लाख रुपये की ठगी

रायगढ़. जगतपुर रायगढ़ में संचालित गंगा नसिर्ग होम में सेवारत डा बेदप्रकाश पटेल ने 28 नवंबर को थाना कोतवाली में बेटी कोमोलिका पटेल को निगम पण्डा तथा अन्य के द्वारा मेडिकल कालेज रिम्स रांची, झारखण्ड में एडमिशन कराने के नाम पर 26 लाख 68 हजार रुपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। डा पटेल ने पुलिस को बताया है कि उनकी बेट कोमोलिका पटेल वर्ष 2020 में नीट की परीक्षा में शामिल हुई थी । 27 अक्टूबर 2020 को एक महिला ने मोबाइल पर संपर्क कर कहा कि वह मेडिकल कालेज की एजेंट है तथा कोमोलिका का एमबीबीएस में रिम्स कालेज रांची (झारखंड) में एडमिशन करा सकती है। महिला ने मैसेज कर निगम पंडा नाम के एजेंट से बात करने कहा । निगम पंडा ने मेडिकल सीट के बारे में बात की और कोमलिका पटेल का आधार कार्ड, नीट स्कोर कार्ड तथा अन्य दस्तावेज वाट्सएप करने के साथ 30 लाख रुपये की प्रोसेसिंग फीस जमा कराने कहा। 27 नवंबर को निगम पंडा ने प्रोसेसिंग फीस के लिए 48 हजार 520 रूपए का चालान इलाहाबाद बैंक रायगढ़ से जमा किये । इसी दिन निगम पंडा वाटसप में पैसा जमा करने का चालान रसीद वाट्सएप में मांगा और सीट एलाटमेंट में 6-7 दिन का समय लगना बताया गया। इसके बाद मेडिकल कालेज जनरल आफ हेल्थ सर्विस भारत सरकार से स्वीकृत कराकर एलाटमेंट लेटर जारी कराने के लिए पांच लाख रूपए नगद रांची रिम्स आकर जमा करने के लिए कहा गया। चार नवबंर डाक्टर पटेल अपने स्टाफ के साथ रांची गए। रिम्स के फार्मिकोलजी डिर्पाटमेंट के बगल में बने एक पुराने आफिस जो उपयोग में शायद नहीं था वहां ले जाकर कोमलिका से सेंट्रल पुल कोटा के कुछ दस्तावेजों में हस्ताक्षर करवाए तथा कालेज एडमिशन का फार्म भरवाया गया। उसके बाद निगम पण्डा तथा सुरेश बाबू नाम का व्यक्ति शासकीय अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं एलाटमेंट लेटर दिखाते हुए कोमोलिका पटेल का एमबीबीएस में सीट अलाट होना बताया। रिम्स रांची कालेज का फीस 18 हजार 500 रुपये नगद तथा रिम्स एसोशिएशन एलुमीनि मीट के लिए एक हजार रुपये जमा कराकर, कालेज की रसीद दी। अलाटमेंट लेटर का फीस पांच लाख नगद लेने के बाद निगम पंडा ने बताया कि शेष 25 लाख रुपए लेने वह स्वयं रायगढ़ आयेगा। पांच नवंबर को दोपहर में निगम पंडा कालेज के बाबू सुरेश के साथ रायगढ़ आया और 25 लाख की मांग की। तब निगम पंडा को 21 लाख नगद तथा चार लाख एडमिशन के बाद देने की बात कही। इसके बाद वे 21 लाख लेकर चले गए । कुछ दिनों बाद निगम पंडा से एडमिशन लेटर की मांग करने पर उसने कहा कि चार लाख साहिका मचेर्ट प्राइवेट लिमिटेड अलीपुर ब्रांच कलकत्ता में देंगे तब एडमिशन लेटर मिल जाएगा । इसके बाद डा बेदप्रकाश 24 नवंबर को रिम्स रांची पहुंचकर कालेज में एडमिशन के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि सुरेश नाम का कोई कर्मचारी नहीं है। उनको मिले दस्तावेजों को दिखाने पर बताया कि यह फर्जी है। इस प्रकार निगम पंडा, सुरेश तथा अन्य के खिलापᆬ डाक्टर पटेल ने 26 लाख 68 हजार 20 रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस आरोपियों के विरूद्ध धारा 420, 34 भादंवि दर्ज कर विवेचना कर रही है.

साभार : नई दुनिया         

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