राष्ट्रीय चरित्र एवं उच्च नैतिकता का विकास रासेयो का साध्य – डॉ. संजय अंलग’’
विवि की समीक्षा बैठक में रायगढ़ के अधिकारी हुए शामिल

’’ राष्ट्रीय चरित्र एवं उच्च नैतिकता का विकास रासेयो का साध्य – डॉ. संजय अंलग’’
विवि की समीक्षा बैठक में रायगढ़ के अधिकारी हुए शामिल

अटल बिहारी वि.वि. बिलासपुर रासेयो प्रकोष्ठ के तत्वाधान में जिला संगठकों, चयनित कार्यक्रम अधिकारियों तथा चयनित स्वयंसेवकों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिसमें वि.वि. के कुलपति डॉ. संजय अलंग की अध्यक्षता में कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा, रासेयो कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा तथा जिला संगठकगण प्रो.भूपेन्द्र पटेल, प्रो. वाई. के. तिवारी, डॉ.सुशील कुमार एक्का, डॉ. चन्द्रशेखर सिंह तथा चयनित कार्यक्रम अधिकारीगण तथा रासेयो स्वयंसेवक उपस्थित हुए । बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. अलंग ने बिन्दुवार रासेयो की नियमित गतिविधियों , विशेष शिविरों तथा कोविड-19 काल में रासेयो स्वयंसेवकों द्वारा किये जाने वाले अन्य नवाचार कार्यक्रमों के संबंध में बिन्दुवार निर्देश दिये । उन्होने कहा कि रासेयो का अंतिम साध्य राष्ट्रीय चरित्र एवं उच्च नैतिकता का विकास तथा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का सर्वागिण विकास होना चाहिए । उन्होनें कोरोना महामारी काल में रासेयो छात्र-छात्राओं द्वारा किये गये कार्या एवं उपलब्धियों की जानकारी ली । उन्होनें कहा कि रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी तथा स्वयंसेवकगण जेण्डर समानता , बाल तथा किशोर सुरक्षा, सुपोषण के लिये भी कार्य करें। उन्होनें इस बात के लिये भी निर्देशित किया कि नाल्सा एवं डाल्सा के सहयोग से रासेयो स्वयंसेवकगण विभिन्न अधिनियमों के तहत चल रहे विधिक प्रयासों में सहयोग कर समाज में जनजागरूता पैदा करें।
डॉ.अलंग ने कहा कि समाज के अनप्रिवेलेस्जड समूह जैसे महिला, बच्चे, वृद्धजन, दिव्यांग, थर्ड जेण्डर तथा अनुसूचित जाति , जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग लोगो को उनके अधिकार के प्रति जागृत करने तथा उनमें विधिक एवं कम्प्यूटर लिटरेसी, आर्थिक लिटरेसी तथा विभिन्न शासकीय योजनाओं के प्रचार -प्रसार का काम करें। उन्होने सभी प्राध्यापकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों से आव्हान किया कि वे अपने स्वयं के घर में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम एवं सोख्ता गढ्ढा का निर्माण करावें तथा प्रत्येक स्वयंसेवकों को अपने-अपने स्वंय के घर में सोख्ता गढ़्ढ़ा निर्माण के लिये प्रेरित करें। उन्होनें कहा कि यदि
केवल यह कार्य हो जाता है तो वि.वि. परिक्षेंत्र में 25 हजार से अधिक सोख्ता गढढे का निर्माण हो जावेगा। उन्होंने इसके मॉडल डिजाईन के लिये जिले के पीएचई डिविजन के कार्यपालन यंत्रियों से संपर्क करने का निर्देश दिया । उन्होनें आव्हान किया कि स्वयंसेवकगण उतना ही पौध रोपण करें जितने कि वे सुरक्षा कर सके। उन्होंने पौध रोपण के लिये नीम, आवला, देशी मुंनगा, सीताफल,जामून, करौंदा, अमरूद, मसरूम इत्यादि को चयनित करने की सलाह दी। उन्होनें जनभागिदारी से अपने अपने गोदग्रामों में रचनात्मक कार्य दिव्यांगजन, घरेलू हिंसा, टोनही प्रथा, बाल विवाह, बाल तथा किशोरी सुरक्षा, वृद्धजनों की देखभाल, महिलाओं की सुरक्षा, सुपोषण पर लघु फिल्म बनाने, छात्र-छात्राओं में पुस्तक अध्यययन की प्रवृत्ति विकसित करने, साप्ताहिक तथा मासिक गोष्ठी करने, गोदग्राम की विद्यालयों में ड्राप आउट विद्यार्थियों को पुनः विद्यालय लाने तथा सामाजिक विषयों में सामाजिक चेतना विकसित करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारियों तथा स्वयंसेवकों से यह भी अपील कि महिने में कम से कम एक या दो दिन किसी भी सामजिक संस्था में जाकर समय व्यतित करे तथा उनकी कार्य प्रणाली को समझे । उन्होनें यह भी निर्देश दिया कि वे स्वंयंसेवकों के बीच स्वतंत्र चिंतन तथा किसी मुद्दे के लिये प्रोजेक्ट बनाने की कला को विकसित करें ताकि वे भविष्य मे जिम्मेदार नागरिक बन सके। उन्हे अपने घर कि रसोई में पौष्टिक भोजन यथा- सब्जी,सलाद,फल तथा प्रोटिन युक्त भोजन को शामिल करें। उन्होंने कहा कि रासेयो में ऐसे मानवीय गुण भी विकसित किया जाये जिससे विद्यार्थी अपना धैर्य न खोये । वैज्ञानिक सोच विकसित करने के अंतर्गत उन्होंने विज्ञान के शिक्षकों तथा रासेयो के स्वयंसेवको से कार्बन उत्सर्जन तथा उससे रोकने के उपाय के बारे में विस्तृत अध्ययन करने को कहा एवं व्यक्तिगत स्वास्थ्य तथा सामुदायिक स्वास्थ्य के बारे में नियमित रूप से ध्यान देने की बात कही। बैठक समापन के पूर्व कुलपति डॉ. अलंग ने स्वयंसेवकों द्वार बनाये गये आदर्श ग्राम एवं श्रमदान कार्यो के बनाये मॉडल का अवलोकन कर इसकी सराहना भी की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा ने भी अपना वक्तव्य दिया एवं विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मनोज सिन्हा ने कार्ययोजना के संबंध में जानकारी देते हुए सत्र 2020-21 के लिये रासेयो की रणनीति पर अपनी बाते बिन्दुवार रखी । समीक्षा बैठक में कार्यक्रम अधिकारी भोजराम पटेल (तारापुर) रायगढ़ जांजगीर चांपा से डॉ. हरप्रीत कौर, धरम लहरे , डॉ. पी.एल.चन्द्राकर , डॉ. कमलेश कुमार शुक्ला, गौरव साहू, गुरू घासीदास वि.वि.से स्वयंसेवक कु. आकृति ताम्रकार कोरबा से स्वयंसेवक तेजराम सारथी, जयप्रकाश पटेल, शनिदेव खुंटे, आकाश तिवारी की भी उपस्थिति रही।

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