व्यवसायी के घर डकैती, बच्चों को बंधक बनाकर वारदात को दिया अंजाम
बिलासपुर। सरगुजा जिले के लुंड्रा थाना अंतर्गत ग्राम डकई के नगोई पारा में किराना व्यवसायी के घर पांच लाख से अधिक की डकैती हुई है। रविवार रात हुई वारदात में शामिल आरोपों का कुछ सुराग नहीं लग सका है। सीतापुर एसडीओपी ऐश्वर्या चंद्राकर के नेतृत्व में पुलिस की अलग-अलग टीम क्षेत्र में जांच पड़ताल में लगी हुई है। लंबे अंतराल के बाद सरगुजा में हथियारों के दम पर डकैती की वारदात हुई है।
ग्राम डकई के अर्जुन गुप्ता की गांव में ही एक किराने की दुकान है जहां वे पेट्रोल भी बेचते हैं। रविवार शाम वे शादी समारोह में शामिल होने बरगीडीह चले गए थे। घर मे उनके दो बेटे और एक बेटी थी। रात को बाइक से दो लोग दुकान में पहुंचे उन्होंने सौ रुपये देकर 90 रुपये का पेट्रोल लिया और शेष 10 रुपये का गुटखा मांगा। जैसे ही अर्जुन गुप्ता का पुत्र गुटखा लेने दुकान के भीतर घुसा, दो सशस्त्र नकाबपोश दुकान के भीतर घुस गए। दुकान और घर एक साथ लगा हुआ है।
आरोपितों ने घर व दुकान में रखे नकदी, जेवरात की मांग शुरू कर दी। इसी बीच तीन और सशस्त्र नकाबपोश दुकान में घुसे। सशस्त्र नकाबपोशों ने दोनों भाई और बहन को हथियार के दम पर बंधक बना लिया। घर व दुकान में रखे लगभग 3.50 लाख नकद रुपये तथा सोने चांदी के जेवरात लूट लिए। दो सशस्त्र डकैत तो मोटरसाइकिल से आए थे, लेकिन शेष तीन किस वाहन से आए थे। इसका पता नहीं चल सका है, क्योंकि पेट्रोल भरवाने के बाद पहले दो डकैत ही भीतर घुसे थे। बाद में तीन अन्य भी वहां प्रवेश कर गए। आरोपितों ने व्यवसाई के दोनों पुत्रों और बेटी का मोबाइल भी छीन लिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद जब वे घर से जाने लगे तो धमकाया कि किसी को भी सूचना दी तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
डकैतों के चले जाने के बाद बच्चों ने पिता अर्जुन गुप्ता को घटना की जानकारी दी। रात में ही लुंड्रा पुलिस मौके पर पहुंच गई थे। अभी तक डकैतों का कोई सुराग नहीं लग सका है। व्यवसाई अर्जुन गुप्ता का मकान गांव में एक किनारे स्थित है। आसपास 500 मीटर तक कोई दूसरे घर नहीं है जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया है उसे स्पष्ट है कि आरोपितों को पता था कि घर में सिर्फ बच्चे हैं। पूरी तरीके से रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिए जाने का शक जताया जा रहा है। पुलिस की अलग-अलग टीमों को डकैतों की खोजबीन में लगाया गया है।
साभार: नई दुनिया