समितियों में कहीं ऑपरेटर नहीं तो कहींं तकनीकी समस्या, पहले दिन टोकन के लिए भटके किसान
सरकार के आदेश का पालन नहीं करा सके नोडल अधिकारी, बोले ट्रायल रन की प्रक्रिया के कारण आई दिक्कतें
जांजगीर/मुलमुला. सरकार द्वारा धान खरीदी से पहले सभी व्यवस्था चाक चौबंद होने का दावा किया था। घोषणा की गई थी कि प्रदेश में 27 नवंबर से किसानों को टोकन दिया जाएगा, लेकिन जिले के धान खरीदी से जुड़े अधिकारियों को सरकार के आदेश की चिंता नहीं थी, इसीलिए टोकन देने की व्यवस्था ही नहीं की। पहले दिन 27 नवंबर को किसानों को टोकन नहीं मिला। अधिकारी समितियों में अपनी तकनीकी तैयारी ट्रायल रन की प्रक्रिया में उलझे रहे और किसान खाली हाथ लौटे। मंगलवार 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होगी। राज्य सरकार ने 27 नवंबर शुक्रवार से किसानों को टोकन देने का आदेश दिया था ताकि शनिवार और रविवार को खरीदी केंद्रों में व्यवस्था व तैयारी हो सके, लेकिन जिले में पहले दिन किसानों को भटकना पड़ा। समितियों में टोकन की व्यवस्था नहीं होने की भी जानकारी किसानों को पहले नहीं दी गई, बल्कि खरीदी की व्यवस्था में लगे सहकारी बैंक के अधिकारियों ने टोकन देने का ढिंढोरा पिटवाया। दैनिक भास्कर प्रतिनिधि ने ग्राउंड में जाकर व्यवस्था देखी तो समितियों में किसान पहुंचे लेकिन बैरंग लौटे। स्थिति ऐसी रही कि केंद्रों में प्रभारी, कंप्यूटर ऑपरेटर तक नहीं मिले।
सेवा सहकारी समिति अमोरा केन्द्र में अमोरा के अलावा मुरलीडीह के भी किसान धान बेचते हैं। टोकन लेने के लिए मुरलीडीह के किसान अमोरा खरीदी केंद्र पहुंचे, लेकिन यहां टोकन देने की व्यवस्था ही नहीं थी। केंद्र में कंप्यूटर सेटअप न होने की वजह से किसान वापस लौट गए । यहां के खरीदी प्रभारी शैलेंद्र सिंह को नया केंद्र अमलीपाली का प्रभारी बनाया है, इसलिए यहां टोकन नहीं मिला।
नरियरा सोसायटी में सारी व्यवस्था कर ली गई पर पुराने ऑपरेटर का दूसरी जगह तबादला होने और नए के नहीं आने से किसानों को टोकन नहीं मिला। यहां बताया गया कि पूर्व में खरीदी प्रभारी रहे राम रोशन दीक्षित को खरीदी से अलग कर दिया गया है, यहां सेल्समैन सनत साहू को 26 नवंबर को प्रभारी बनाया, जिसके कारण किसानों को टोकन नहीं मिला।
सेवा सहकारी समिति मुलमुला में भी टोकन के लिए सुबह ही किसान पहुंचे थे, मगर कंप्यूटर में कुछ तकनीकी खामियां होने से टोकन किसानों को नहीं मिल पाया। यहां बताया गया कि कंप्यूटर में खराबी आने से उसे ठीक करने पामगढ़ ले जाया गया है। कोनारगढ़ में बनाए गए नए केंद्र में कुछ भी व्यवस्था नहीं होने से टोकन बंटना प्रारंभ नही हो पाया।
ट्रायल रन पूरा होने के बाद टोकन दिया जाएगा
सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अश्वनी पांडेय ने बताया कि डमी खरीदी करने की प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण पहले दिन कोई टोकन कटने की जानकारी नहीं मिली है। ट्रायल रन पूरा होने के बाद किसानों को टाेकन दिया जाएगा।
साभार: दैनिक भास्कर