बैंक के सामने कतार में दिनभर खड़े रहने के बाद किसानों काे नहीं मिल रहा धान का पैसा
जिले में सहकारी बैंक के मात्र 2 ब्रांच, अधिकांश किसानों के खाते इसी में इसलिए परेशानी ज्यादा
जशपुर. धान बिक्री के बाद अब किसान समर्थन मूल्य की राशि पाने के लिए सहकारी बैंक के चक्कर काट रहे हैं। जिले में अपेक्स बैंक की सिर्फ दो शाखाएं हैं। पहली शाखा जिला मुख्यालय में रायगढ़ रोड पर और दूसरी शाखा पत्थलगांव में संचालित हैं। धान बेचने वाले किसानों का खाता इसी बैंक में है। सरकार ने किसानों के खातेे में समर्थन मूल्य की रकम डाल दी गई है। पर यह पैसे कैश के रूप में प्राप्त करने के लिए किसानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। किसान दिनभर बैंक के बाहर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। बैंक की गेट के पास किसानों की लाइन हर वक्त लगी रहती है। बैंक के भीतर कोई अतिरिक्त कैश काउंटर भी नहीं खाेला है। किसान फार्म भरकर खाते में आई रकम को लंबे इंतजार के बाद प्राप्त कर पा रहे हैं। कई बार सिर्फ इंतजार में किसानों का दिनभर गुजर जा रहा है और किसान खाली हाथ वापस लौटने के बाद दूसरे दिन फिर से बैंक पहुंच रहे हैं। जशपुर के रायगढ रोड स्थित अपेक्स बैंक में जशपुर, मनोरा, सन्ना, आस्ता, पंडरापाठ, बगीचा, कुनकुरी, कांसाबेल, दुलदुला आदि इलाके के सैकड़ों गांव के किसान पहुंच रहे हैं। इसी तरह पत्थलगांव ब्रांच में कांसाबेल, फरसाबहार, कोतबा, बागबहार, लुड़ेग क्षेत्र के किसान पहुंच रहे हैं। सैकड़ों गांव केहजारों किसानों के लिए बैंक सिर्फ दो होने से बैंक के बाहर भीड़ बनी हुई है।
शिविर लगाकर बांटा जाएगा एटीएम कार्ड
नोडल अधिकारी ने बताया कि नए पंजीकृत किसानों का एटीएम कार्ड शिविर लगाकर बांटा जाएगा। इसके उपयोग की भी जानकारी दी जाएगी, ताकि किसान बैंक के एटीएम कार्ड से आसानी से पैसे निकाल सके।
दो बैंक शाखाओं के भरोसे हैं जिले के 19807 किसान
धान बेचने वाले किसानों की संख्या- 19807
भुगतान की गई राशि- 21819.38 लाख
भुगतान बाकी किसानों की संख्या- 175
बाकी रकम- 169.52 लाख
शार्दी-ब्याह के लिए है पैसों की जरूरत
दुलदुला से किसान मनी राम ने बताया कि उसके खाते में करीब 40 हजार रुपए आए हैं। इन पैसों की उन्हें जरूरत है इसलिए क्योंकि घर में शादी है। इसलिए वे बस से पैसे लेने पहुंचे हैं। इसी तरह आस्ता से पहुंचे किसान फिरोज का कहना है कि ट्रैक्टर की सर्विसिंग सहित अन्य काम के लिए उन्हें पैसे चाहिए। ऐसे ही अधिकांश किसान प्रतिदिन 80 से 100 किमी की यात्रा कर सिर्फ पैसे लेने के लिए बैंक पहुंच रहे हैं।
एटीएम उपयोग करना नहीं जानते किसान
बैंक के नोडल अधिकारी की माने तो पुराने पंजीकृत किसानों में से 70 प्रतिशत के पास एटीएम कार्ड है, पर अधिकांश पैसे निकालना नहीं जानते हैं। यही वजह है कि किसान बैंक की कैश काउंटर से ही पैसे लेने पहुंच रहे हैं। बैंक द्वारा एटीएम कार्ड से किसान किसी भी बैंक से पैसे निकाल सकते हैं, पर गांव के कई किसान कम पढ़े लिखे हैं व एटीएम का उपयोग करना भी नहीं जानते हैं। नए में से अधिकांश काे एटीएम कार्ड जारी नहीं हुए हैं।
साभार: दैनिक भास्कर