मुख्य सचिव ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में की महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा
जिले में विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए मिशन मोड में किया जा रहा है काम- कलेक्टर श्री कावरे
जशपुरनगर 17 फरवरी 2021/मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज मंत्रालय महानदी भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समस्त संभागायुक्त, कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत और मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में मुख्य रूप से गोधन न्याय योजना के तहत तैयार वर्मी कम्पोस्ट के शत-प्रतिशत विक्रय से जैविक खाद को बढ़ावा देने का अभियान प्रारंभ करने, गौठानों में स्थापित बहुउद्देशीय आजीविका केन्द्र में विभिन्न विभागों की योजनाओं का समन्वय करने, किसानों को धान के स्थान पर अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने, कोविड-19 टीकाकरण के लक्ष्यों की पूर्ति और आधार लिंकेज एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के राज्य में चल रहे कार्यो की प्रगति की समीक्षा की गयी। बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री सुब्रत साहू एवं अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणुजी पिल्ले सहित कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और लोक निर्माण विभाग के सचिव एवं मिशन संचालक उपस्थित थे। जशपुर जिले से कलेक्टर श्री महादेव कावरे, जिला पंचायत के सीईओ श्री के.एस.मण्डावी, सीएमएचओ श्री पी. सुथार, उपसंचालक कृषि श्री एम. आर. भगत, अनुविभागीय अधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण श्री संजय दिवाकर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने कहा है कि जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना के तहत तैयार किए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद के शत-प्रतिशत विक्रय की कार्ययोजना बनाना है। इस हेतु खरीफ फसल के बोनी के पहले किसान कार्यशाला, किसान संगोष्ठी, किसान चैपाल, कृषि सखी, किसान मित्र, पशु सखी, पशु मित्र के माध्यम से जैविक खाद के उपयोग के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाया जाना है। इसके लिए सहकारी समिति स्तर पर जैविक खाद के विक्रय का आंकलन करने के निर्देश श्री जैन ने दिए है। श्री जैन ने कहा कि प्रत्येक जिले में गर्मी की फसल के दौरान कृषि विभाग द्वारा दो प्रकार के प्रदर्शन क्षेत्र तैयार किए जाएंगे, जिसमें जैविक खाद और रासायनिक खाद के उपयोग से फसल उत्पादन की गुणात्मक तुलना के साथ ही किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा। इस संबंध में एक सप्ताह के भीतर कार्ययोजना बनाकर सचिव कृषि विभाग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।
कलेक्टर श्री कावरे ने बताया जिले में गोधन न्याय योजना, गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप मे विकसित करने, कोविड टीकाकरण, वर्मीटाका निर्माण, जैविक खाद उप्तादन एवं उनके विक्रय में वृद्वि के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वीकृत 421 गौठानो में से 207 गौठानों का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया हैै एवं 187 निर्माणाधीन है। वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन हेतु टांका निर्माण की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में स्वीकृत 2445 वर्मी टाका के अंतर्गत वर्तमान में 1345 टाका का निर्माण कपूर्ण, 700 टाके निर्माणाधीन है। प्रथम चरण के 640 वर्मी टाका शामिल है। उन्होंने बताया कि 15 फरवरी तक जिले में क्रय किए गए गोबर की मात्रा 67883.23 क्ंिवटल है जिसमें से 55875 क्ंिवटल गोबर जैविक खाद बनाने में एवं 1119.85 क्ंिवटल गोबर के अन्य उत्पाद बनाने में प्रयोग किए गए है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी गौठानों में नियमित रूप से गोबर खरीदी एवं जैविक खाद निर्माण कार्य किया जा रहा हैै श्री कावरे ने बताया कि वर्तमान में जिले में 925.67 क्ंिवटल जैविक खाद का उत्पादन किया गया है। वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन विक्रय हेतु कार्ययोजना के संबंध में जानकारी देते हुए कलेक्टर ने बताया कि गौठान में उत्पादित लगभग 344 क्ंिवटल जैविक खाद का विक्रय सहकारी समितियों के माध्यम से किया गया है। उन्होंने बताया कि गौठानो में महिलाओं द्वारा जैविक खाद निर्माण के साथ ही विभिन्न आजीविका संवर्धन गतिविधियां संचालित की जा रही है जिसके अंतर्गत दोना पत्तल निर्माण, मशरूम उत्पादन, मुर्गी-बकरी पालन, बटेर पालन, चप्पल निर्माण, अणुसा पत्ती चूर्ण, साग-सब्जी उत्पादन अन्य कार्य शामिल है। जिन्हें डीएमएफ, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालनसहित अन्य विभागों के समन्वय से क्रियान्वयन किया जा रहा है। साथ ही गौठानों में महिलाओं द्वारा महुआ, बहेरा, चिरौंजी, आम कटहल, बेर, ईमली जैसे वनोपज का संग्रहण कार्यके लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है, गौठानों में ही इन वनोपज के प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की कार्ययोजना बनाई जा रही हैै। इन योजनाओें के संचालन से महिलाएं स्वावलंबी बनने के पथ पर अग्रसर है। राष्ट्रीय राजमार्ग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने बताया कि जिले के पत्थलगांव बाईपास का अवार्ड पारित सहित, कुनकुरी एवं बगीचा का अवार्ड पारित होना है जिसे आगामी सप्ताह तक पूर्ण कर लिया जाएगा।