आज भी अवॉर्ड वापसी, किसानों के समर्थन में पंजाबी लेखकों ने लौटाए साहित्य अकादमी अवॉर्ड

दिल्ली. फोटो सिंघु बॉर्डर की है। किसानों का उग्र प्रदर्शन 26 नवंबर को यहीं से शुरू हुआ था। दिल्ली बॉर्डर का ये प्वाइंट शुक्रवार को ट्रैफिक के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का आज 9वां दिन है। आंदोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर पर 9 प्वाइंट पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। केंद्र और किसानों के साथ गुरुवार को हुई बातचीत के बाद ही साफ हो गया था कि आंदोलन अभी थमेगा नहीं, क्योंकि चौथे दौर की इस बातचीत में भी कई मसलों पर गतिरोध बना हुआ है। किसान कानून वापस करने की मांग पर अड़े हैं।
केंद्र और किसानों के बीच 5वें राउंड की बातचीत 5 दिसंबर यानी कल होनी है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के लीडर दर्शनपाल ने कहा कि केंद्र कानूनों में कुछ सुधार पर राजी है, पर हम नहीं। हमने उन्हें बता दिया है कि पूरे कानूनों में ही खामी है। हम कल होने वाली मीटिंग से पहले आज आपस में बातचीत करेंगे और अपनी रणनीति तैयार करेंगे। संगठनों के बीच बैठक हो रही है।
इस बीच, अवॉर्ड वापसी का सिलसिला दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। लेखक डॉ. मोहनजीत, चिंतक डॉ. जसविंदर और पत्रकार स्वराजबीर ने अपने साहित्य अकादमी अवॉर्ड लौटा दिए हैं। गुरुवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्मविभूषण अवॉर्ड लौटा दिया था। उनके अलावा राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने अपना पद्मश्री वापस करने का ऐलान किया था।
साभार: दैनिक भास्कर

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