शिक्षा स्वतः सिद्ध विद्या है, जो भी इसे धारण करता है, उन्नति करता हैः रुसेन कुमार
शिक्षा स्वतः सिद्ध विद्या है, जो भी इसे धारण करता है, उन्नति करता हैः रुसेन कुमार
· लहौद (लवन) में पटेल समाज की सभा में रुसेन कुमार का हुआ सम्मान
· मरार समाज की छात्रवृत्ति योजना अनुकरणीय
मरार पटेल समाज द्वारा लहौद (लवन) में समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। इस सभा में प्रसिद्ध सामाजिक व्यक्तित्व बहुमुखी प्रतिभा के धनी रुसेन कुमार का आत्मीय सम्मान शाल, पुष्पमाला एवं श्रीफल भेंट करके किया गया। यहां पर विद्यार्थियों को समाज की ओर से छात्रवृत्ति प्रदान की गई। इसका आयोजन हरदिहा मरार (पटेल) समाज अमेरा परिक्षेत्र – लवनराज द्वारा किया गया। सभा में समाज के अध्यक्ष केदार पटेल, उपाध्यक्ष मुरली पटेल, सचिव जगदीश पटेल सह-सचिव शंकरदयाल, प्रतिष्ठित शिक्षक एवं समाजसेवी आरएस पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए रुसेन कुमार ने कहा कि शिक्षा स्वतः सिद्ध विद्या है। इसे जो भी धारण करता है, उसकी उन्नति ही होती है। विद्या अर्जित करने के लिए पढ़ना, लिखना, सुनना, चिन्तन एवं अभ्यास करना होता है। विद्या अभ्यास तभी असर करती है जब व्यक्ति का ज्ञान की शक्ति पर पूर्ण विश्वास होता है।
रुसेन कुमार ने कहा कि शिक्षा, विद्या, ज्ञान मनुष्य के सर्वोत्तम आभूषण है। हमें अपने जीवन को इन्हीं के द्वारा अलंकृत करना चाहिए। पहले विद्या अभ्यास करना चाहिए और फिर अर्जित विद्या के अनुसार जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने बच्चों से शब्दों की शक्ति अर्जित करने का मार्गर्दशन किया। शिक्षा के द्वारा सभी तरह की सफलता और उपलब्धि प्राप्त की जा सकती है। बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन और सहयोग की आवश्यकता है। शिक्षा तभी असर करती है जब हम अधिक से अधिक समय विद्या अभ्यास में लगाते हैं। समाज के बच्चों को शिक्षा दिलाना सामूहिक जिम्मेदारी है।
रुसेन कुमार ने बताया कि सभा में उपस्थित पटेल समाज के गौरव वरिष्ठ शिक्षक आरएस पटेल (हटौद) मित्र हैं जिन्होंने कालेज की पढ़ाई के समय प्रोत्साहित किया, सहयोग दिया और अपने वाहन में बैठाकर घुमाया करते थे। मरार समाज बहुत ही सेवाभावी समाज है।
रुसेन कुमार ने कहा कि कसडोल एवं लवन -लहौद क्षेत्र से विशेष लगाव है, क्योंकि यहीं रहकर विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन शिक्षा ग्रहण की।
शिक्षक आरएस पटेल ने रुसेन कुमार को कसडोल क्षेत्र का गौरव बताया। सभा में रुसेन कुमार ने अपनी किताब – कब पढ़ेंगे आप भेंट की। सामाजिक कार्यकर्ता खूबचंद मिरी, बिलाईगढ़ भी उपस्थित थे।