अधूरा हाइवे, 17 खतरनाक गड्‌ढे, 20 किमी तक सड़क के बीचों बीच 3 इंच चौड़ी दरार भी

79 किलोमीटर लंबा रायगढ़-सराईपाली हाइवे 6 साल बाद भी नहीं बन सका
रायगढ़. रायगढ़-सराईपाली हाइवे छह साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है और जो हिस्सा बना है उसमें ढाई-तीन इंच चौड़ी दरार आ गई है । कांक्रीट (सीसी रोड) की सड़क पर दरार इतनी चौड़ी है कि उसमें बाइक या छोटी कार का पहिया फंसने से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। हाइवे पर यह दरार लगभग 20 किमी लंबी है। इससे हादसे का डर बना रहता है। वहां बीच-बीच में सड़क बनाई ही नहीं गई है जहां हर महीने एक-दो हादसे होते हैं। रायगढ़ से सराईपाली तक 328 करोड़ रुपए की 79 किमी लंबी सड़क को दो साल के भीतर पूरा करना था। छह साल में दो बार ठेका कंपनियां बदली गईं हैं लेकिन सड़क आखिरकार पूरी नहीं हो पाई है। भास्कर की टीम ने रायगढ़ से सारंगढ़ तक सड़क की पड़ताल की। टिमरलगा से सारंगढ़ के बीच लगातार 20 किलोमीटर तक सड़क पर दरारें है। कांक्रीट सड़क पर गोड़म के पास सबसे अधिक और चौड़ी दरार उबरी है। एनएच के अफसरों से इस विषय पर बात की तो वे ठेकेदार से रिपेयरिंग कराने की बात कहकर टाल गए। सारंगढ़ तक ही 17 खतरनाक और दुर्घटना कारक गड्‌ढे हैं, रायगढ़ से चंद्रपुर के बीच ही तीन जगहों पर सड़क को छोड़ दिया गया है। अफसरों के मुताबिक 72 किलोमीटर की सड़क बन चुकी है। जहां धूल के गुब्बार से लोग परेशान हो रहे हैं।
अधूरे हाइवे की फैक्ट फाइल
रायगढ़ से सराईपाली तक- 79 किमी
दावा- 72 किलोमीटर पूरा
कुल बजट- 328 करोड़ रुपए
ठेकेदार कंपनी
पहले- एरा कंस्ट्रक्शन
अभी- ग्रोवर कंस्ट्रक्शन
कब से बन रही- 2015
कब तक पूरा करने का लक्ष्य अप्रैल 2021
शासन-प्रशासन की कार्रवाई का असर नहीं
2018 से ग्रोवर कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका दिया गया है। ठेकेदार को हर छह महीने में एक्सटेंशन (सड़क पूर्णता की अवधि बढ़ाना) मिल जाता है। इससे पहले एरा कंपनी ने निर्माण किया था। शासन और प्रशासन के लगातार दबाव बनाने और कंपनी बदलने के बाद भी निर्माण पूरा नहीं हो रहा है।
जहां खराब है सड़क उसकी रिपेयरिंग करा रहे हैं
“अभी हाइवे पर जहां भी गड्‌ढे हैं या सड़क खराब हुई है, ठेकेदार ने उसका काम शुरू कर दिया है। जल्द ही बचे हुए हिस्सों और दरारों को ठीक किया जाएगा।”
वाई के सोनकर, ईई, एनएच, बिलासपुर
साभार: दैनिक भास्कर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button