घर के बाहर आग ताप रही 19 साल की बंजारन को अगवा कर दुष्कर्म
पुलिस गिरफ्त में दुष्कर्म के अरोपी।
खुद को पुलिस बताकर पहले दुष्कर्म फिर उसी अवस्था में खेत में छोड़कर भागे
रायगढ़. घरघोड़ा थाना क्षेत्र में तंबू लगाकर दवा बेच रहे बंजारन को किडनैप कर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने खुद को पुलिस बताकर पहले दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे उसी अवस्था में खेत में छोड़कर भाग गए। बंजारन ने दूसरे दिन इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घरघोड़ा क्षेत्र में दो दिनों पहले बंजारा परिवार तंबू तानकर आयुर्वेदिक दवा बेचते हैं। सोमवार की देर शाम लगभग 8 बजे बंजारन महिलाएं तंबू के बाहर आग ताप रहीं थी। इसी दौरान धरमजयगढ़ निवासी मनोज झरिया, बबलू झरिया और अजित झरिया और चार नाबालिग स्कार्पियो में आए और स्वयं को पुलिस बताकर एक 19 साल की युवती को जबरन उठाकर ले गए। बबलू झरिया युवती को जबरन खेत की ओर लेकर गया। जहां मनोज झरिया ने अपने दोस्तों की मदद से युवती की आबरू लूटी। इसके बाद उसके अन्य साथी युवती के पास आए और मामले को किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। आरोपी पीड़िता को उसी हालात में छोड़कर फरार हो गए। दूसरे दिन पुलिस के पास महिला पहुंची। जिसके बाद टीआई अमित सिंह और उनकी टीम ने निगरानी बदमाश मनोज झरिया सहित उसके सभी साथियों को पकड़ा। आरोपियों के विरुद्ध धारा 376, 365, 34 के तहत मामला दर्ज कर रिमांड में जेल भेजा है। आरोपियों को पकड़ने में एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील नायक, एसआई जितेंद्र एसैया, एएसआई जन्मेजय वर्मा, एएसआई राजेश मिश्रा, आरक्षक वीरेंद्र भगत, नंदू पैंकरा, पुरुषोत्तम सिदार और महिला आरक्षक सीमा लकड़ा, गायत्री यादव की सक्रिय भूमिका रही।
7 आरोपियों पर अपराध दर्ज
पुलिस ने मामले में 7 आरोपियों पर अपराध दर्ज किया है। मनोज झरिया 33 साल निवासी डूमरपाली, प्रदीप उर्फ बबलू झरिया बरौद थाना घरघोड़ा, अजीत झरिया 19 साल निवासी बरौद और चार नाबालिगों को हिरासत में लिया गया। आरोपियों से स्कॉर्पियो सीजी 13 एएच 5105 को जब्त किया गया है।
पैरोल पर छूटा था आरोपी
5 जनवरी 2017 को एक नाबालिग से मनोज झरिया ने दुष्कर्म किया था। आरोपी ने इस दौरान भी नाबालिग से मारपीट कर नग्न अवस्था में नदी किनारे छोड़कर भागा था। इसी मामले में न्यायालय ने आरोपी को 14 साल का कारावास और 5 हजार रुपए से अर्थदंड लगाया था। इसी केस में आरोपी 17 दिसंबर को जेल से पैरोल पर छूटा था।
आदतन आरोपी है मनोज
मनोज झरिया धरमजयगढ़ क्षेत्र का कुख्यात आरोपियों में से एक है। आरोपी को पैर में गोली भी लगी थी। जिसके बाद से वह अपाहिज हो गया। इसके बावजूद वह सुधरा नहीं। महिला संबंधी अपराधों में आरोपी का नाम बार-बार आया। आरोपी का डूमरपाली के पास ढाबा है। यहीं कुछ दूरी पर बंजारों का परिवार रुका हुआ था।
साभार: दैनिक भास्कर