घर में गुजरे 7 महीने भी बढ़ीं चोरी, लूट, उठाईगिरी व दुर्घटनाएं
एसपी संतोष सिंह बोले: हमने थाने पहुंचने वाली हर शिकायत दर्ज की इसलिए अपराध की संख्या ज्यादा
रायगढ़. लॉकडाउन और उसके बाद भी चोरी और लूटपाट के मामले सामने। चोरी, नकबजनी, लूट, डकैती जैसे 2019 में कुल 618 मामले दर्ज किए गए थे। 2020 में 469 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए। मंगलवार को एसपी संतोष सिंह ने 2020 में हुए अपराध और पुलिस की कार्रवाई की जानकारी दी। साल के लगभग 7 महीने लोगों ने घरों में गुजारे, डेढ़ महीने से अधिक पूर्ण लॉकडाउन रहा, इसे देखते हुए यह बड़ी संख्या है। पुलिस इस बात को लेकर संतुष्ट है कि अपराधों में आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई। सड़क हादसे में 251 लोगों की मौत हुई।
ये उपलब्धियां
2000 से 2005 का डेटा ऑनलाइन करने में रेंज में अव्वल
12 लाख मास्क बांटकर बनाया रिकार्ड
कोरोना के दौरान प्रवासी मजदूरों और बाढ़ के दौरान प्रभावितों को राहत सामग्री बांटी।
महिला संबंधी अपराधों में 24 घंटे में चालान
लूट, अपहरण के मामलों में 24 घंटों खुलासा
लॉकडाउन में भी नशीली चीजों की तस्करी
2019 में 44 प्रकरण एनडीपीएस एक्ट के दर्ज किए गए थे। 2020 में 46 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। लॉकडाउन के बावजूद ओडिशा से लगातार गांजे शराब की तस्करी जारी रही। इसपर पुलिस ने 46 प्रकरणों में अपराध पंजीबद्ध कर 458 किलो गांजा, 2,019 प्रतिबंधित सिरप, 2,802 नग नशीली टेबलेट और 17 नग गांजे के पौधों को जब्त किया। इनकी कीमत लगभग 21 लाख रुपए से ज्यादा है। पिछले सालों के मुकाबले अपराध बढ़े हैं। संख्या बढ़ने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि उन्होंने थाने आने वाले सभी प्रकरणों को दर्ज किया।
उठाईगिरी के दो मामलों में जल्द सफलता का दावा
सुभाष चौक के पास महिला की डिक्की से नकद रकम की उठाईगिरी और चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के हेमा ज्वेलर्स के संचालक से ज्वेलरी भरे बैग की उठाईगिरी मामले का खुलासा नहीं कर पाने की बात पुलिस ने स्वयं कही। साथ ही पुलिस ने कहा कि वे जल्द ही इन मामलो में खुलासा कर लेगी।
पूंजीपथरा पेंडेंसी कम करने में आगे कोतवाली पिछड़ा
साल भर में हुए दर्ज अपराधों में पूंजीपथरा थाने में मात्र 1.5% पेंडेंसी है। जबकि कोतवाली थाने में अभी पेंडेंसी 16% बाकी होने की बात कही जा रही है। इसके पीछे कारण कोतवाली में जूट मिल चौकी का शामिल होना और शहर के व्यस्ततम थाने के कारण यहां अपराध का ग्राफ बड़ा होने की बात एसपी ने कही।
मामले जो लंबित रहे- 2020 में 3211 मामले अपराध पंजीबद्ध किए गए। जिनमें 579 मामले अभी भी लंबित हैं। पुलिस के अनुसार न्यायालय लंबे समय से बंद होने के कारण जिले में 1,306 अपराधों का चालान बनाने के बावजूद वे पेश नहीं कर पाए। जबकि 2019 महज 56 चालान न्यायालय में पेश करना बाकी था ।
साभार: दैनिक भास्कर