चाकूबाजी के पांच दिन बाद भी दर्ज नहीं हुई रिपोर्ट
घायल के परिजन ने कहा: खतरा है, थाने नहीं गए, टीआई बोले: शिकायत आई तो होगी एफआईआर
रायगढ़. मोहल्ले में कुछ युवकों द्वारा की गई चाकूबाजी से परिवार इतना भयभीत है कि शिकायत दर्ज कराने थाने नहीं जा पा रहा है। दूसरी ओर पुलिस ने भी मामले में आगे बढ़कर बयान के आधार पर जुर्म दर्ज करने की जहमत नहीं उठाई। टीआई के अनुसार उनके संज्ञान में अभी तक मामला आया नहीं है। हालांकि पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस द्वारा अस्पताल से बयान लेने की बात कही जा रही है। रामभांठा निवासी अनीष यादव प्राइवेट नौकरी करते हैं। गुरुवार की देर रात रामभाठा में कुछ युवकों ने पुराने विवाद पर चाकू से हमला कर दिया। युवक की दाहिने पसली में चाकू से गहरी चोट आई। घायल युवक देर रात ही अस्पताल पहुंचा। इलाज के दूसरे दिन पुलिस आई और पीड़ित का बयान लिया। पीड़ित का परिवार बाहर गया हुआ है। युवक अपने वृद्ध पिता के साथ है इसलिए वह थाने में जाने से भयभीत हो रहा है। युवक घटना से भयभीत है। युवकों द्वारा दोबारा कोई हरकत ना हो, इसलिए वह सहमा हुआ है।
स्वयं संज्ञान लेकर पुलिस कर सकती है रिपोर्ट दर्ज
जिला न्यायालय के अधिवक्ता मुकेश गोयल के अनुसार पुलिस अस्पताल में लिए गए बयान के आधार पर ही रिपोर्ट दर्ज कर सकती है। कोई गंभीर अपराध का मामला यदि पुलिस की जानकारी में आता है तो वह स्वयं संज्ञान लेकर मामला दर्ज कर सकता है। पीड़ित के असमर्थ होने पर थाने जाने की जरूरत नहीं है।
मामला मेरी जानकारी में नहीं है, कोई आए तो सही
“अभी तक मामला मेरी संज्ञान में नहीं आया है। मेरे पास कोई पहुंचे तो तुरंत एफआईआर हो जाएगी, अस्पताल में बयान लिए जाने की भी जानकारी मुझे नहीं है। कुछ मामले आर्म्स एक्ट के दर्ज हैं, शायद उन्हीं मामलों में कोई एक मामला हो।’
-कृष्णकांत सिंह राजपूत, टीआई, कोतवाली
साभार: दैनिक भास्कर