झारखंड से युवती लाकर पत्नी की तरह रखा था समाज ने आपत्ति जताई तो कर दी उसकी हत्या
मर्डर से कुछ मिनट पहले घूमने के दौरान युवती ने आरोपी के साथ ऐसे ली थी सेल्फी।
सलखिया के पास मिली लाश की गुत्थी सुलझी, साक्ष्य मिटाने और मदद करने के आरोप में जीजा गिरफ्तार
रायगढ़. आठ दिनों पहले 12 जनवरी को लैलूंगा के सलखिया जंगल के पास एक युवती की लाश मिली थी। युवती की पहचान अब झारखंड निवासी के रूप में हुई है। लॉकडाउन के समय कमरगा निवासी आरोपी युवक उसे साथ लेकर गांव आया था। घर में दोनों पति-पत्नी की तरह रहते थे। समाज के लोगों ने जब दूसरे समाज की लड़की को घर में रखने पर आपत्ति जताई तो आरोपी ने जीजा के साथ मिलकर युवती की हत्या कर दी। खुलासे के बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक जय कुमार सिदार पांच साल पहले काम करने बोकारो, झारखंड गया था। वहां मोबाइल के जरिए सरस्वती मरांडी से परिचय हुआ तो जयकुमार सिदार ने उसे पत्नी बनाकर साथ रख लिया। युवती प्रौढ़ शिक्षा मिशन में पढ़ाने का काम कर रही थी। दोनों बोकारो में किराए के मकान में रहते थे। लॉकडाउन के दौरान दोनों बोकारो से लैलूंगा गांव कमरगा आए। युवक का ट्रैक्टर मालिक से झगड़ा हुआ तो वह सरस्वती के साथ जीजा रवि सिदार के घर गांव सरडेगा में रहने लगे। सरडेगा में समाज के लोगों ने दूसरे समाज की लड़की को घर में रखने पर आपत्ति जताई तो दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगी। परेशान होकर युवक ने प्रेमिका की हत्या कर दी। आरोपी हत्या के बाद रजौरी, थाना कुनकुरी में छिपे थे, जिन्हें गिरफ्तारकर जेल भेज दिया है। हत्या का पता लगाने बनी टीम में एसडीओपी सुशील नायक, उपनिरीक्षक प्रवीण मिंज, प्रधान आरक्षक सोमेश गोस्वामी, आरक्षक प्रदीप जॉन, आरक्षक राजेंद्र राठिया तथा थाना प्रभारी लैलूंगा एलपी. पटेल शामिल थे।
लाश की पहचान करने के लिए गुम इंसानों की जानकारी जुटाई, टीम बना अलग-अलग क्षेत्र भेजा
शिनाख्ती के लिए पुलिस ने जिले के सभी थानों के गुम इंसानों के सूची की जानकारी ली।
सीसीटीएनएस ऑपरेटर्स को पोर्टल पर राज्य के सभी जिलों के गुम इंसान से हुलिया का मिलान करने का निर्देश दिया।
सोशल मीडिया ग्रुप में मृतका का फोटो वायरल किया
6 महीने में पारिवारिक केन्द्र में आए पति-पत्नी के केस को भी फॉलो करना शुरू किया।
जिले से बाहर काम करने गई महिलाओं की खोजबीन की।
कुछ युवतियों के ओडिशा के लेफरीपारा, दिल्ली, बिहार, झारखंड जाने की सूचना के बाद उनसे लगातार संपर्क किया।
टीमें अलग-अलग दिल्ली, ओडिसा रवाना हुई। कुछ जिलों के आसपास शिनाख्ती की कोशिश में लगे थे
हत्या छिपाने लाश को जंगल में फेंका पर सबूत छोड़ आए
युवती की हत्या के बाद आरोपी जयकुमार सिदार और रवि सिदार ने लाश को घसीटकर झाड़ियों के बीच छिपा दिया, लेकिन भागने की हड़बड़ी में अपना चप्पल और गमछा मौके पर ही छोड़ गए। पुलिस ने आरोपियों को दबोचने के बाद दोबारा क्राइम सीन बनाया था। अंत में पुलिस ने आरोपियों के चप्पल, गमछा और मोबाइल पर खींची हुई तस्वीरों की सहायता से आरोपी को पकड़ लिया और उसकी बाइक जब्त कर ली।
युवती का लोकेशन ट्रेस कर ढूंढने में जुटी थी पुलिस
युवती की शिनाख्त नहीं होने के कारण पुलिस आसपास के थानों से गुम हुई लड़कियों को ढूंढने में लगी हुई थी। उसी दौरान पता चला कि एक युवती बागबहार से गुम हुई है। पुलिस उसका नंबर ट्रेस कर उसे ढूंढने में लग गई। इस चक्कर में पुलिस ने खूब दौड़ लगाई। अंत में युवती के जीवित होने का पता चला। इस बीच सरडेगा गांव में एक अन्य युवती के काफी दिनों से गायब होने के बारे में पता चला तो दोबारा शुरू हुई।
हत्या के पहले युवती के साथ शॉपिंग और सैर-सपाटा
जय ने अपने जीजा रवि सिदार के साथ हत्या का प्लान बनाया। 7 जनवरी को उसे घुमाने का बहाने बाइक से लैलूंगा ले आए। लैलूंगा बस स्टैंड में खाने-पीने का सामान व सरस्वती के लिए कपड़े खरीदे। खम्हार के पास झरन डेम में तीनों ने फोटो खिंचाई। शाम को रवि सिदार किसी बहाने से रुका और युवती को सुनसान जगह में ले जाकर दबाकर मार डाला।
साभार: दैनिक भास्कर