नियमित के बदले चला रहे स्पेशल ट्रेनें, वसूल रहे हैं 175% किराया
रेलवे प्लेटफार्म पर अब नहीं दिखती है भीड़।
बिलासपुर तक नियमित किराया पहले 140 रु था अब लगते हैं 385
रायगढ़. रेलवे रेगुलर ट्रेनों को स्पेशल और फेस्टिव स्पेशल के नाम पर चलाकर अधिक किराया वसूल रहा है। यात्रा के लिए नियमित किराए का लगभग 175 प्रतिशत यानि लगभग पौने तीन गुना अधिक किराया देना पड़ रहा है। कम दूरी यात्रा पर भी किराया अधिक है। खास बात यह है कि ये ट्रेनें 30 जनवरी तक स्पेशल ट्रेन के रूप में चलेंगी। कोरोना के कारण ढाई महीने तक ट्रेनें बंद रहीं। अभी भी रूट की सारी ट्रेनें सामान्य रूप से नहीं चल रही हैं। जो ट्रेनें शुरू की गईं उन्हें पूजा स्पेशल या स्पेशल ट्रेन बना दिया गया। स्लीपर में यह 175 प्रतिशत तक ज्यादा लग रहा है। जबकि जनरल में यह 41 प्रतिशत तक ज्यादा लग रहा है। दुर्गा पूजा, दिवाली, छठ और क्रिसमस जैसे बड़े त्योहारों के बाद भी ट्रेनें सामान्य नहीं हो पाई हैं। बावजूद रेलवे लगातार पूजा स्पेशल ट्रेनों के नाम पर ट्रेनों को विस्तारित करते जा रही है। कुछ दिनों पहले आए आदेश में पूजा स्पेशल ट्रेनों को दोबारा 30 जनवरी तक के लिए विस्तारित किया गया है। स्पेशल ट्रेनों में पहले से ही किराया काफी महंगा है। पूजा स्पेशल के नाम पर चलने पर 7 प्रतिशत अधिक किराया जुड़ जाता है।
लॉकडाउन से पहले नियमित थीं ये ट्रेनें
02810/09 हावड़ा-मुंबई मेल
02834/33हावड़ा-अहमदाबाद स्पेशल
02069/70 जनशताब्दी एक्सप्रेस
03288/87 साउथ बिहार एक्सप्रेस
02069/70 दुर्ग-पटना
पूजा स्पेशल के नाम पर ज्यादा किराया
02905/06 ओखा-हावड़ा
09205/06 पोरबंदर-हावड़ा
02880/02879 भुवनेश्वर एलटीटी
02866/65 पुरी-लोकमान्य तिलक टर्मिनल
02812/02811 हटिया-लोकमान्य टर्मिनल
02893/94 बिलासपुर-पटना पूजा स्पेशल
स्पेशल फेयर के रूप में तत्काल का किराया
बिलासुपर से रायगढ़ जाने के लिए पहले 03288 में स्लीपर 140 और जनरल में 60 रुपए देने पड़ते थे। लेकिन अब स्पेशल ट्रेन के रूप में इसमें स्लीपर का 385 रुपए और जनरल टिकट के लिए 85 रुपए देने पड़ रहे हैं। इसी तरह अन्य त्योहार विशेष ट्रेनों के किराये में बढ़ोतरी की गई है। रेलवे ट्रेनों के ओरिजिनेटिंग और टर्मिनेटिंग स्टेशनों के बीच की दूरी के अंतर के हिसाब से यात्रियों से तत्काल फेयर वसूल रही है।
बोर्ड से आदेश के बाद ही कुछ बदलाव हो सकते हैं
“बोर्ड के अनुसार ही सारे फैसले लिए जा रहे हैं। पहले कुछ छूट मिलती थी वह नहीं है। ट्रेन कब से रेगुलर बनाकर चलाई जाएंगी। यह कहना अभी मुश्किल है। रेलवे बोर्ड के आदेश पर ही इन ट्रेनों को दोबारा रेगुलर चलाया जाएगा। फिलहाल अभी कुछ ही ट्रेनें फेस्टिवल स्पेशल बनकर चल रही हैं। इनका किराया फेस्टिवल स्पेशल के रूप में लिया जा रहा है।”
-पुलकित सिंघल, सीनियर डीसीएम बिलासपुर डिवीजन
साभार: दैनिक भास्कर