नौकरी की मांग, विस्थापित आज से करेंगे हड़ताल
एसईसीएल ने दिसंबर में भर्ती करने का दिया था आश्वासन, अब एक साल और रुकने कह रहे
15 दिन में भर्ती आदेश जारी करने का वादा पूरा नहीं होने से आक्रोश।
रायगढ़. छाल के कोल माइंस में 2013-14 से जमीन अधिग्रहण होने के बाद विस्थापितों को एसईसीएल द्वारा नौकरी नहीं दी जा रही है। इसे लेकर विस्थापितों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। ग्रामीण और युवा छाल खुली खदान में सैनिक कंपनी के पास अनिश्चितकालीन धरना करने का एलान कर दिया है। 20 दिसंबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद एसईसीएल प्रबंधन ने हड़ताल पर जाने के दो दिनों पहले 46 लोगों नौकरी देने की स्वीकृति पत्र ग्रामीणों को भेजा था। जिसमें 15 दिनों के भीतर इस पर लिखित आदेश जारी हो जाने की बात कही गई थी। एसईसीएल प्रबंधन कोई आदेश जारी नहीं किया है, भू-विस्थापित जब एसईसीएल प्रबंधन से बातचीत की तो उन्होंने दिसंबर को आदेश जारी होने की बात कह रहे है। प्रभावित युवाओं के सीतिश राजपूत ने बताया कि 2013-14 से जमीन अधिग्रहण हो चुका है। एसईसीएल से 137 लोगों का आवेदन जा चुका है, इसके अलावा 46 पदों की मंजूरी भी हो चुकी है। लेकिन आज तक भू विस्थापितों को नौकरी नहीं मिली है। उनकी इस मांग पर चर्चा करने के लिए प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन के बीच कई बैठक भी हो चुकी है, लेकिन बैठक और बातचीत होने के बाद एसईसीएल प्रभावितों को जाॅब नहीं दे रहा है। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
मुख्यमंत्री से मिले लारा एनटीपीसी प्रभावित युवा
लारा संघर्ष के बैनर तले 113 दिन से लारा विस्थापित स्थायी नौकरी की मांग को लेकर धरना जारी है। स्थायी नौकरी के संदर्भ में सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन हो करने की मांग की जा रही है। आंदोलनकारी रविवार को स्टेडियम के हेलीपैड पर मुलाकात की। नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। इसमें भू विस्थापितों ने मांग रखी हैं कि एनटीपीसी द्वारा 1600 पदों का प्रस्ताव दिया गया है। अभी जो विज्ञापन जारी किया गया हैं उसमें लैब टैक्निशियन, मेडिकल और बीई इंजीनियरिंग पदों को भी नहीं रखा गया है।
साभार: दैनिक भास्कर