लुटेरों को ट्रांजिट रिमांड पर लेने पहुंची दिल्ली पुलिस
शुक्रवार की रात सरिया स्थित हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से दोनों को किया गया था गिरफ्तार
सरिया. कालका हावडा एक्सप्रेस से भाग रहे दो लुटेरों को शुक्रवार की देर रात सरिया स्थित हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा पकड़े जाने के बाद दिल्ली पुलिस अपराधियों को ट्रांजिट रिमांड में लेने के लिए सरिया पहुंची। जहां से वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार रविवार को उन्हें लेकर धनबाद ले गए। जहां रेल कोर्ट में पेशी के बाद दिल्ली पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर दिल्ली ले जाने की बात कही। 14 जनवरी को दिल्ली में लूट की घटना को अंजाम दिया था। घटना को लेकर दिल्ली से पहुंचे केस के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर कुलदीप ने बताया कि दिल्ली के रोहिणी इलाके के बस पड़ाव के पास स्थित रिलायंस कम्पनी के शोरूम में 14 जनवरी की रात अपराधियों ने वॉचमैन को बंधक बनाकर व शटर काटकर व 8 किलो सोने के जेवरात लूट लिए थे। उन्होंने बताया कि 8 की संख्या में अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था।
जिसका मास्टर माइंड सरिया में आरपीएफ द्वारा पकड़ा गया पीटू शेख है। घटना के बाद पीतमपुरा नार्थ वेस्ट दिल्ली के मौर्या एनक्लेव थाने में कांड संख्या 13/21 दर्ज किया गया था। वहीं जांच के क्रम में पुलिस को जानकारी मिली की अपराधी ट्रेन पकड़कर भाग रहे हैं। जिसके बाद रोहिणी दिल्ली के एसीपी ने हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन में आरपीएफ को सूचना दी। जहां आरपीएफ हजारीबाग रोड निरीक्षक प्रभारी पंकज कुमार ने दलबल के साथ जांच कर दो अपराधियों को पकड़ लिया। वहीं इन अपराधियों के पास से थैले व बैग जांच करने पर 1 किलो 8 सौ ग्राम सोना बरामद किया गया था। बता दें कि बरामद सोने की अनुमानित कीमत 86 लाख 40 हजार रुपए था। वहीं इस मामले में आरपीएफ ने जिन दो अपराधियों को पकड़ा था वे दोनों भाई हैं। जिसमें एक घटना का मास्टरमाइंड पीटू शेख, जबकि दूसरा का नाम अहमद है। गौरतलब है कि पीटू शेख पर पहले आर्म्स एक्ट समेत अन्य 7 मामले दर्ज हैं। अपराधियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेने पहुंचे पुलिस कर्मियों में सब इंस्पेक्टर कुलदीप, एएसआई मंजीत, कांस्टेबल महेंद्र व मुकेश शामिल है।
साभार: दैनिक भास्कर