विजयलक्ष्मी समाज कल्याण समिति करो ना कॉल में भी सेवा कार्य में सबसे आगे
विजयलक्ष्मी समाज कल्याण समिति जो कि विगत 22 वर्षों से महिलाओं के उत्थान स्वरोजगार वित्तीय प्रबंधन स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य जागरूकता युवा कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है कि द्वारा वर्तमान में राम भाटस्थित नारी सशक्तिकरण केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग वह कोविड-19 के सभी सुरक्षात्मक नियमों का पालन करते हुए प्रत्येक उम्र वर्ग के महिलाओं व लड़कियों के लिए विभिन्न प्रकार के रोजगार उन्मुख ई व ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है न्यूनतम शुल्क पर दिनांक 1 तारीख से नारी सशक्तिकरण केंद्र में ब्यूटी पार्लर यानी नेचुरोपैथी सिलाई कढ़ाई बैग निर्माण फूड प्रोसेसिंग कंप्यूटर बायोफर्टिलाइजर निर्माण आदि का प्रशिक्षण प्रारंभ किया जा रहा है प्रशिक्षण पश्चात स्व सहायता समूह को वित्तीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी व प्रमाणित सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा उल्लेखनीय है कि विजयलक्ष्मी समाज कल्याण समिति के द्वारा कोरोना कॉल के समय इंफेक्शन भुखमरी बेरोजगारी व आर्थिक स्थिति डगमगाने जैसी विकट समस्या में भी उक्त समिति के द्वारा स्वयं की परवाह न करते हुए लगातार फील्ड में कार्य करते रहे 25000 से 50,000 लगभग मास्क का निर्माण करवा कर ना सिर्फ स्व सहायता समूह की महिलाओं को लॉकडाउन के समय घर बैठे रोजगार देकर तत्काल भुगतान किया गया अपितु विभिन्न पुलिस स्टेशन व गरीब लोगों को मास्क भी बांटे गए उक्त अवधि में ही बाढ़ पीड़ित लोगों को सहायता हेतु स्थानीय सिटी कोतवाली रायगढ़ में राशन सामग्री के साथ नवीन जूते चप्पल भी प्रदान किया गया साथ ही पहला लॉकडाउन खत्म होने पर पुलिस विभाग व अन्य अधिकारियों के परमिशन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुधारने हेतु 50 50 महिलाओं को जैविक खाद फूड प्रोसेसिंग सिलाई व मशरूम कल्टीवेशन का प्रशिक्षण भी दिया गया विभिन्न जगह पर आयुर्वेदिक कैंप लगाए गए महिला बाल विकास के सहयोग से कई बुजुर्ग लोगों के घर राशन भी पहुंचाया गया विजयलक्ष्मी समाज कल्याण समिति के सभी स्टाफ अध्यक्ष श्रीमती माया तथा संरक्षक सदस्य श्री बलबीर शर्मा ब्रांच मैनेजर श्री राजेश पटेल के द्वारा पूरी अवधि में मेहनत व लगन से लोगों के हित में जुटे रहे हैं वर्तमान में भी साल भर पढ़ाई सही तरह से ना हो पाने की स्थिति को देखते हुए उक्त केंद्र में पूरी व्यवस्था के साथ छठवीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए सप्ताह में 3 दिन कोचिंग की व्यवस्था की जा रही है