समझाइश दी तो 2 दिन में 72%ने लगवाए टीके

अब फोन कर वैक्सीनेशन के फायदे बताने के साथ लोगों समझाने काम करेगा स्वास्थ्य विभाग
रायगढ़. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। दो दिन में 800 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगनी थी जिसमें 579 लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई। मंगलवार और शुक्रवार को बच्चों के टीकाकरण का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था,जिसके लिए चारों सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन नहीं किया गया। शनिवार को पहले दिन 81 लोग टीका लगाने के लिए छूट गए थे, पोर्टल में उनका नाम शामिल किया गया है। सोमवार को 260 फ्रंट लाइन वर्कर को टीका लगाया गया। सोमवार को वैक्सीन लेने कम लोग आए। इसमें मेडिकल कॉलेज में 100 में से 66, पीएससी लोईंग में 60 (पुराने 13 लोग), एमसीएच हॉस्पिटल लैलूंगा में 75 (पुराने 16) लोगों को वैक्सीन दी गई। वैक्सीन आने के उत्साह के बाद भी टीका लगवाने नहीं आने की बड़ी वजह डर और संशय है। कुछ कर्मचारियों ने गलत नंबर दिया था वहीं कुछ महिला स्वास्थ्य कर्मियों को गर्भवती होने या तबीयत बिगड़ने की वजह से टीका नहीं लगाया जा सका। जिन स्वास्थ्य कर्मियों का नाम टीकाकरण की लिस्ट में है उन्हें मैसेज भेजने के साथ ही संपर्क करने के लिए दो-दो डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई। बात होने पर जो डर जाहिर करते हैं उनकी काउंसिलिंग भी की जा रही है।
टीके लगाने के लिए 659 राजस्व कर्मियों की इंट्री
स्वास्थ्य कर्मियों के बाद राजस्व कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जानी है। जिले के 659 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। 10 हजार 180 वैक्सीन की पहली खेप आ चुकी है। राज्य में 2 लाख 65 हजार वैक्सीन दूसरी खेप आ रही है। दूसरी खेप में भी जिले को वैक्सीन मिलेगी, जिसमें फिर बचे हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ राजस्व कर्मचारियों को भी टीका लगाया जाएगा। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ अमर सिंह ने बताया कि वैक्सीन रायपुर में मंगलवार को पहुंचने वाली थी, लेकिन नहीं आ सकी है, एक-दो दिनों में टीका आ जाएगा।
जो डर रहे उनकी हो रही है काउंसिलिंग
“सोमवार को वैक्सीनेशन कम हुआ है, हालांकि इसमें पुराने लोगों को भी शामिल किया गया था। यदि कोई पहले दिन वैक्सीन नहीं लगाते हैं तो दूसरे दिन मौका दिया जाएगा। इसके अलावा वैक्सीन लगाने वाले लोगों काउंसिलिंग भी करने के लिए डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगाया गया है। हर रोज फोन कर समझा रहे है‌ं, जो लोग बेवजह टीके से बच रहे हैं उन्हें बाद में मौका दिया जाएगा।”
-डॉ भानू पटेल, जिला टीकाकरण अधिकारी
साभार: दैनिक भास्कर

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