11 लाख क्विंटल में उठाव सिर्फ ढाई लाख का, धान को बारिश से खतरा

1 लाख 5 हजार में साढ़े 25 हजार किसान बेच सके हैं धान
रायगढ़. सोमवार को धान खरीदी को 15 दिन पूरे हो गए। 1 लाख 5 हजार किसानों में 25 हजार किसान धान बेच सके हैं। मतलब 75 फीसदी किसानों को धान बेचने के लिए 30 दिन का ही समय शेष है। इसके बीच बारिश ने उपार्जन केंद्रों में मुश्किल खड़ी कर दी है। अब तक खरीदे गए 11 लाख क्विंटल धान में सिर्फ ढाई लाख क्विंटल का ही उठाव हो चुका है। शुरुआत 15 दिनों में 25 हजार 544 किसानों से 11 लाख 782 क्विंटल धान खरीदी हुई है। 31 जनवरी तक खरीदी होनी है, इसमें डेढ़ माह का समय बचा हुआ है, लेकिन खरीदी सिर्फ 30 दिन ही खरीदी हो पाएगी। दिसंबर और जनवरी में छुटि्टयां ज्यादा हैं. इस वर्ष 1 लाख 5 हजार किसानों को धान बेचना है जिसमें अभी 79 हजार 456 किसानों का धान खरीदी शेष है। हालांकि आने वाले एक-दो दिन तक बारिश होने की भी उम्मीद है, इसमें सोसाइटियों से धान खरीदी के साथ उठाव भी नहीं हो पाया है। सोमवार की देर शाम बारिश होने के बाद सोसाइटियों में गड़बड़ी में धान पर तिरपाल ढक कर उसे सुरक्षित करने कोशिश में लगे हुए थे, लेकिन रात 8 बजे के बाद ग्रामीण इलाकों के साथ शहर के आसपास इलाकों में तेज बारिश की वजह से धान खराब होने का अनुमान है।
अब बारिश की वजह से बढ़ गई परेशानी
विपणन विभाग ने अब तक ढ़ाई लाख क्विंटल धान उठाव हुआ है। सोमवार की शाम तक साढ़े 11 लाख क्विंटल धान खरीदी हो जाएगा, खरीदी के साथ में राज्य सरकार ने मिलर्स को खरीदी तुरंत बाद सोसाइटियों से उठाव करने के लिए भी कहा है। लेकिन सर्वर प्राब्लम और उठाव की रफ्तार कम होने की वजह से महज ढ़ाई लाख क्विंटल उठाव हो पाया है। बचे हुए धान का उठाव करने में एक सप्ताह समय लगेगा।
अभी 44 लाख क्विंटल धान खरीदारी बची है
इस वर्ष 55 लाख टन से अधिक खरीदी का अनुमान है। अभी 44 लाख क्विंटल धान खरीदना बचा हुआ है। दरअसल दिसंबर और जनवरी में छुटि्टयां हैं। दिसंबर में 15 दिनों में ही छह दिन छु‌ट्‌टी है, जनवरी में भी 16 दिन खरीदी नहीं हो पाएगी। ऐसे में सिर्फ 30 दिन के भीतर 70 हजार से अधिक किसानों से धान खरीदा जाएगा। हालांकि विपणन अधिकारियों का कहना है कि अभी जिस तरह की रफ्तार है वह ठीक है, ज्यादा खरीदी अंतिम दिनों में ही होती है।
रकबा संशोधन के लिए पोर्टल को फिर खोला गया
गिरदावरी में जिन किसानों का जमीन रकबा कम हुआ था, उसे सुधारने के लिए रविवार की शाम तक समय दिया गया था। इसे तहसील के माड्यूल से इसे सुधारा जा रहा था, लेकिन पोर्टल बंद होने के बाद सुधार बंद कर दिया गया था। सोमवार की सुबह राजस्व विभाग ने तहसील के ऑनलाइन मॉड्यूल को फिर से खोल दिया गया है। खाद्य अधिकारी जीपी राठिया ने बताया कि ऑनलाइन पोर्टल सुबह से खोला गया है।
सोसाइटियों में धान उठाव में एक हफ्ते का समय लगेगा
“धान उठाव करना दो-तीन दिनों से शुरू किया गया है, अभी ढाई लाख क्विंटल धान उठाव हो पाया है। बाकी धान सोसाइटी से एक हफ्ते में उठाव हो सकेगा। बारिश में धान को सुरक्षित रखने के इंतजाम हैं, कोशिश की जा रही है उठाव जल्द हो सके।”
-एसके गुप्ता, डीएमओ
साभार: दैनिक भास्कर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button