खरसिया से सारंगढ़ तक नई सड़क, 22 किमी घट जाएगी दूरी
20 से बढ़ाकर 40 फीट करेंगे चौड़ाई, 178 करोड़ से एडीबी बनवा रहा है सड़क, 28 गांव में आपसी सहमति से ले रहे हैं जमीन
रायगढ़. पुसौर के सूपा से ले खरसिया के करूभाठा तक 48 किलोमीटर की सड़क निर्माण शुरू होगा। एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की मदद से 178 करोड़ रुपए में बनने वाली इस सड़क से रायगढ़, खरसिया और पुसौर के 28 गांव प्रभावित होंगे। अधिग्रहण के साथ जमीन आपसी सहमति से खरीदी जा रही है। इससे सारंगढ़ और खरसिया की दूरी 22 किमी कम हो जाएगी।
इस रूट पर अभी 20 फीट चौड़ी सड़क है। इस जर्जर सड़क की चौड़ाई 40 फीट की जाएगी। सितंबर 2019 में वर्कऑर्डर भी जारी कर दिया गया है, लेकिन अधिग्रहण प्रक्रिया और मुआवजा वितरण नहीं होने की वजह से काम शुरू नहीं हो सका था। एडीबी के अफसर अब फरवरी के आखिर तक निर्माण शुरू करने की बात कह रहे हैं।
खरसिया से सीधे सारंगढ़ निकलेंगे वाहन- 48 किलोमीटर की सड़क रायगढ़ के रिंगरोड की तरह होगी। बड़ी गाड़ियों को रायगढ़ आने की जरूरत नहीं होगी। सारंगढ़ से खरसिया जाने के लिए रायगढ़ होकर गुजरना पड़ता था। इससे छोटी गाड़ियां शहर के बीच से और भारी वाहन छातामुड़ा चौक से गुजरते थे लेकिन इस सड़क के बनने से खरसिया से सारंगढ़ जाने के लिए रायगढ़ नहीं आना पड़ेगा। इससे दूरी में 22 किलोमीटर की कमी होगी।
फैक्ट फाइल
सूपा से कुरूभाठा तक की दूरी 48 किलोमीटर
कुल 28 गांव होंगे प्रभावित होंगे, जिसमें पुसौर, खरसिया और रायगढ़ ब्लॉक के गांव हैं।
401 किसानों की 9 एकड़ जमीन अधिग्रहण, 45 करोड़ रुपए मुआवजा
निजी 960 और 116 सरकारी भवन टूटेंगे, 250 से अधिक मकान हटाने 5 करोड़ का मुआवजा
48 किलोमीटर की सड़क बनाने के लिए 120 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
पुसौर, रायगढ़ में सामान्य वर्ग की जमीन इसलिए आपसी सहमति से खरीदी, खरसिया में भू अधिग्रहण
इस सड़क को बनाने के लिए भूमि का सर्वे किया जा चुका है। इसमें पुसौर और रायगढ़ ब्लॉक में ज्यादा गांव जा रहे हैं। यहां सामान्य वर्ग की जमीन ज्यादा होने के कारण आपसी सहमति से जमीन खरीदी गई है। खरसिया ब्लॉक रिजर्व कैटेगरी में आने की वजह से वहां जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। 14 गांवों में सहमति लेकर खरीदी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
24 महीनों के भीतर तैयार होगी सड़क
“24 माह के भीतर में सड़क बनाएंगे। सड़क बन जाने के बाद इसमें खरसिया के लोग सारंगढ़ और सराईपाली की तरफ जा सकेंगे। यह सड़क रायगढ़ शहर के लिए रिंग रोड के जैसे होगा। इसमें मकान मुआवजा दिया जाना है। एनजीओ के माध्यम से जमीन सर्वे भी कराया जा रहा है, इसके बाद मुआवजा वितरण होगा।”
-अरविंद कुमार गुप्ता, एसडीओ, एडीबी
साभार: दैनिक भास्कर