जिले के पर्यावरण अधिकारी बने प्रदूषण अधिकारी काले में ओडली गांधी छाप की चद्दर

प्रेस विज्ञप्ति
जिले के पर्यावरण अधिकारी बने प्रदूषण अधिकारी काले में ओडली गांधी छाप की चद्दर

आम जनता का सेवक: रायगढ़ शहर एवं उसके आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण की स्थिति कैसी है और प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो चुका है यह किसी से छिपा नहीं है रायगढ़ पर्यावरण मित्र संगठन के बजरंग अग्रवाल ने प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है और कहा कि रायगढ़ में प्रदूषण बेलगाम हो चुका है एवं देश के प्रदूषित शहरों में रायगढ़ का नाम शामिल हो चुका है इसके बाद भी छत्तीसगढ़ पर्यावरण मंडल एवं रायगढ़ पर्यावरण अधिकारी गहरी नींद में सो रहे हैं बाहर निकलते ही नहीं प्रदूषण क्या दिखेगा दिनभर ऑफिस में बैठकर उसी कुर्सीतोड़ रहे हैं और और उद्योगों से अवैध कमाई कर रहे हैं पर्यावरण विभाग की लापरवाही से पूरे शहर में डस्ट की काली चादर सभी के घरों में बीछ चुकी है पूरा डस्ट घरों के अंदर तक घुस गया है आम आदमी का रहना दुर्बर हो गया है पर्यावरण अधिकारी शहर के 20 घरों में चलें और घरों के अंदर अपनी आंखों से डस्ट देख ले जब उनको मालूम होगा कि आम आदमी कैसे कठिन जीवन जी रहा है पूरी केलो नदी भी उद्योग संस्थानों के द्वारा के केमिकल पानी छोड़े जाने के कारण पूरी नदी भी प्रदूषित हो चुकी है प्रदूषण हे श्वास लेने में तकलीफ चर्म रोग कैंसर खांसी सर्दी जैसे अनेक बीमारियां रायगढ़ में बढ़ रही है कलेक्टर साहब के निर्देश के बावजूद भी पर्यावरण अधिकारी खाली नोटिस देकर फ्री हो चुके हैं उनके द्वारा प्रदूषण में 5% की भी कमी नहीं ला पाए हैं क्योंकि हर महा गांधी छाप गेडाम किए जा रहे हैं क्यों नहीं पर्यावरण अधिकारी ईएसपी का अलग मीटर लगवा कर सभी की जांच करें कि 24 घंटे ई एसपी चलरही है कि नहीं आम जनता का सेवक: पर्यावरण मित्र सूचना अधिकार के नियमों के तहत पर्यावरण विभाग में सूचना का अधिकार लगाकर पर्यावरण अधिकारी को शहर के 20 घर का निरीक्षण करवा कर साबित करवाएगा कि रायगढ़ के लोग प्रदूषण से कितने विचलित हो रहे हैं एवं इस रिपोर्ट को ग्रीन ट्रिब्यूनल में जाकर एक केस फाइल करेगा शीघ्र ही रायगढ़ पर्यावरण मित्र दिल्ली के केस फाइल करने के लिए सलाह मशवरा कर रहा है एवं उद्योगों के द्वारा 33 पर्सेंट जमीनों पर ग्रीन बेल्ट बनाने का भी पर्यावरण अधिकारी के द्वारा सूचना अधिकार में गलत जानकारी दी गई है किसी भी उद्योग के द्वारा ना तो पर्यावरण के नियम से पेड़ पौधे लगाए हैं और ना ग्रीन बेल्ट बनाया गया है आखिरी रायगढ़ में क्या हो रहा है अब रायगढ़ के वासियों को एक होकर इस प्रदूषण की लड़ाई ग्रीन ट्रिब्यूनल केस फाइल करके लड़ने का समय आ गया है और ऐसे अधिकारियों जो मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं और संविधान में आम आदमी को स्वस्थ एवं बिना प्रदूषण के जीवन जीने का जो अधिकार दिया गया है उसका भी उल्लंघन रायगढ़ पर्यावरण विभाग के द्वारा किया जा रहा है आम जनता का सेवक: रायगढ़ पर्यावरण मित्र के बजरंग अग्रवाल ने जिला कलेक्टर से टीआर एनर्जी के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई कर कंपनी में ताला मारने की मांग की है बजरंग अग्रवाल ने ग्राम पंचायत टेंडा विकासखंड घरघोड़ा के जंगलों में जिस तरह फलाई ऐस जंगलों में डाला जा रहा है लाखो टन उस गांव का सारे पेड़ पौधे जानवर पशु पक्षी नदी तालाब नाले सब काले हो चुके हैं वहां के सरपंच ने भी लिखित शिकायत कंपनी की की है फिर भी पर्यावरण अधिकारी के द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं करना ऐसा संकेत मिलता है लाखों रुपए के हरे नोट की काला में बैठकर चद्दर ओढ़ ली गई है और गेडम से सो गए हैं जिला कलेक्टर से मांग की है तत्काल एक जांच टीम बनवा कर उस फैक्ट्री में ताला मारे और पर्यावरण अधिकारी को निलंबन करने के लिए राज्य शासन को पत्र प्रेषित किया जाना चाहिए वैसे ही पूरा शहर रात के अंधेरे में उद्योगों के प्रदूषण की काली चादर ओढ़ लेता है रहने वाले मानव के ऊपर प्रदूषण का खराब प्रभाव पड़ रहा है जिला कलेक्टर से बजरंग अग्रवाल ने मांग की कि तत्काल पर्यावरण अधिकारी को उनकी जवाबदारी बताएं और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button