बेर खिलाने के बहाने 9 साल की गूंगी बच्ची से किया दुष्कर्म
रायगढ़. कोसीर थाना क्षेत्र में एक 9 साल की गूंगी और मानसिक रूप से कमजोर बच्ची से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। बच्ची जब रोती हुई घर पहुंची तो उसकी मां उसे लेकर बाहर निकली। आरोपी को देखकर उसने इशारा किया तो मां ने उसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को गिरफ्तारकर बाल सुधार गृह भेज दिया है। घटना शुक्रवार सुबह की है। मामले में बाल अपचारी 16 साल का है। उसने बच्ची को बेर खिलाने का झांसा दिया और खेत में ले जाकर उससे दुष्कर्म किया और उसे वहीं छोड़ दिया। इसके बाद बच्ची रोते हुए घर पहुंची। मां ने बच्ची को रोता देख उसके कपड़े देखे तो उसको लेकर बाहर निकली। इसी दौरान बाल अपचारी खेत की ओर से आता नजर आया। गूंगी बच्ची ने इशारे में उसकी ओर उंगली से इशारा किया। आरोपी भागने लगा। ऐसे में महिला ने थाने आकर शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट पर बाल अपचारी के विरुद्ध कोसीर पुलिस ने दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे रिमांड पर भेजा है।
2020 में ही 98 नाबालिगों से दुष्कर्म के मामले- नाबालिगों से दुष्कर्म और छेड़खानी का मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हमने बीते कुछ महीनों के आंकड़े देखें। 2020 में ही नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के ही 98 से ज्यादा मामले सामने आए थे। बाल न्यायालयों की सुनवाई में शामिल होने वाले कुछ सदस्यों से बात की गई। उनके द्वारा बताया गया कि अधिकतर मामलो में यही बात सामने आती है कि बालअपचारी की परवरिश को लेकर उसके मां-बाप लापरवाह थे। स्कूल से भी कोई शिक्षा नहीं मिलने के कारण उन्हें सही गलत का ध्यान नहीं होता है।
किशोरावस्था में जानकारी देने की है जरूरत
किशोरावास्था में शरीर में कई तरह के हार्मोन्स परिवर्तन हैं। इस दौरान उन्हें किसी भी काम के सही-गलत की जानकारी नहीं होती। बच्चे का शुरुआती शिक्षा स्कूल और उसका घर ही होता है। यहां से ही उसे सही-गलत की शिक्षा देने की जरूर होता है। जब उसे घर से शिक्षा नहीं मिलती तो वह बाहर से शिक्षा लेता है। सोशल मीडिया में आजकल परोसे जा रहे कंटेट को देखकर उसे ही वह ग्रहण करता है और ऐसी ही हरकत करता है। ऐसे अपराध को रोकने के लिए सबसे पहले घर में सही परवरिश, स्कूल में सही शिक्षा और प्रशासन की ओर से भी सही गलत के बारे में जागरूक करने की जरूरत है। जिससे ऐसे अपराधों में कमी आए।
डॉ. राजेश अजगल्ले,मनोरोग विशेषज्ञ
साभार: दैनिक भास्कर