विनय के कब्जे में घर इसलिए उसे ही मान रहे हैं आरोपी
शनिवार को रेलवे बंगलापारा के घर से मिली थी दो लाख की शराब
रायगढ़. शराब की अवैध बिक्री और घर में शराब बॉटलिंग प्लांट के मामले में आबकारी विभाग दूसरे दिन भी आरोपी तक नहीं पहुंच सका है। अफसरों के मुताबिक जिस घर पर कार्रवाई की गई उसका पजेशन विनय सिंह ठाकुर के पास है। प्रथम दृष्ट्या उसे ही आरोपी माना जा रहा है। उससे पूछताछ करेंगे उसके बाद ही आरोपी की गिरफ्तारी हो सकेगी। उसका लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। कोतरा रोड रेलवे बंगलापारा में शनिवार सुबह दो लाख रुपए की शराब और नकली शराब बनाने के सामान जब्त हुए थे। जिस घर में नकली शराब बनाई जा रही थी। घटना के बाद से विनय ने मोबाइल बंद कर दिया है। टीम लगातार उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है। ताकि उसे गिरफ्तार कर सके। इसी तरह अन्य संदेहियों से भी लगातार पूछताछ जारी है। हालांकि आबकारी टीम अभी तक यह पता करने में लगी है कि घर के दस्तावेज किसके नाम पर हैं। आबकारी के अनुसार रविवार छुट्टी का दिन होने के कारण उन्हें दस्तावेज निकालने में परेशानी हुई। सोमवार को जानकारी निकालने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। हालांकि कब्जा विनय सिंह ठाकुर का ही था। क्योंकि किराएदार रवि राजपूत ने किराया हर महीने विनय को ही पटाने की बात कही थी। आबकारी अभी संदेही विनय को ही आरोपी मानकर उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। झारखंड आबकारी विभाग से चल रही बातचीत – कार्रवाई में झारखंड पैरामिलिट्री फोर्स की शराब मिली थी। इसलिए रायगढ़ आबकारी झारखंड के एक्साइज डिपार्टमेंट की टीम से संपर्क कर इस मामले में जानकारी ले रही है। फोर्स को दी जाने वाली शराब यहां तक कैसे पहुंची। यह शराब किन्हें उपलब्ध कराई जाती है। सभी बातों की जानकारी ली जा रही है। ताकि इस पूरे सिंडिकेट का खुलासा हो सके।
गिरफ्तारी के बाद चालान
“घर पर कब्जा विनय सिंह ठाकुर का बताया गया है। प्रथम दृष्ट्या उसे संदेही मान उसकी तलाश की जा रही है। छापे के बाद से उसके मोबाइल नंबर भी बंद हैं। मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही चालान प्रस्तुत किया जाएगा।”
-मंजूश्री कसेर, सहायक आयुक्त आबकारी
साभार: दैनिक भास्कर