कोरोना संक्रमित ने तीन बच्चाें को दिया जन्म, सभी निगेटिव
रायपुर. एम्स में धमतरी की 28 साल की कोरोना संक्रमित महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया है। एम्स में पूरे कोरोना काल में इस तरह कोरोना पीड़ित महिला के तीन शिशुओं के प्रसव का ये पहला मामला है। सभी बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव है। धमतरी की इस महिला का एम्स में कोरोना का इलाज भी चल रहा है। महिला को गर्भावस्था के 33 वें हफ्ते यानी समय से पहले प्रीमैच्योर प्रसव हुआ है। यहां दुर्ग की रहने वाली 33 साल की एक अन्य कोरोना संक्रमित महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। एम्स के नियोनेटोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में दोनों महिला रोगियों का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। पांचों बच्चे एनआईसीयू में विशेषज्ञों की निगरानी में रखे गए जिनमें से दो को मां के पास वापस भेज दिया गया है जबकि तीन बच्चे अभी भी एनआईसीयू में चिकित्सकों की लगातार देखरेख में है। धमतरी की रहने वाली 28 साल की महिला सरकारी नौकरी करती है। तीन बच्चों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाकर उनका उपचार करना चुनौतीपूर्ण था। एम्स के चिकित्सकों ने इस चुनौती को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। करीब पांच दिन तक तीनों बच्चे एनआईसीयू में रहे जिनमें से दो को ठीक होने के बाद वापस मां के पास भेज दिया गया जहां पूर्ण सुरक्षा के साथ बच्चों की देखरेख की जा रही है। एक बच्चा अभी भी एनआईसीयू में है। कोरोना पीड़ित महिलाओं के प्रसव को एनआईसीयू इंचार्ज डॉ. फाल्गुनी पाढ़ी के साथ डॉ. श्रीकृष्ण, डॉ. नीलकांत सेन, डॉ. मजहर हुसैन, डॉ. योगेश अग्रवाल, डॉ. पॉलमी, डॉ. जूलियट, डॉ. प्रतीक, डॉ. अक्षा और डॉ. श्वेता की टीम ने अंजाम दिया है।