दिनभर खड़े रहते हैं किसान, न तो अपेक्स बैंक दूसरा काउंटर खोल रहा और ना दूसरे बैंक में खाता खुलवाने की दे रहे सलाह
सोसाइटी के माइक्रो एटीएम खराब हैं इसलिए धान का पैसा लेने अपेक्स बैंक के बाहर खड़े रहते हैं गांवों से आए सैकड़ों किसान
रायगढ़. धान बेचने के बाद अब किसान अपने रुपए लेने के जूझ रहे हैं। ग्रामीण किसान सुबह से अपेक्स बैंक के बाहर कतार लगाते हैं ताकि उन्हें रुपए मिल जाएं, दोपहर बाद कई किसानों को खाली लौटना पड़ रहा है। पुलिस कर्मी किसान परेशान हुआ तो बात बड़े अफसरों तक पहुंची। बैंक प्रबंधन को फटकार के बाद अब रोजाना 250 टोकन जारी करने की व्यवस्था की गई है। 3 ब्लॉक के किसान आते हैं यहां- रायगढ़, तमनार और घरघोड़ा के किसानों को धान बिक्री के रुपए लेने रायगढ़ आना पड़ता है। घरघोड़ा में बैंक खोलने की तैयारी है लेकिन इसमें खोले जाने की समय लगेगा। मोबाइल वैन से भी कैश निकालने की व्यवस्था की गई है, लेकिन अभी सिर्फ एक मोबाइल वैन पूरे जिले भर में चल रही है। बैंक प्रबंधन तीन और गाड़ियां चलाने की बात कह रहा है। तब तक किसानों को बैंक आ कर ही कैश निकालना होगा। अपेक्स बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अरुणकांत द्विवेदी बताया कि जिन जगहों में बैंक है वही पर एटीएम की व्यवस्था है। दूसरे बैंक एटीएम से 10 से 25 हजार रुपए तक निकाले जा सकते हैं। 50 सोसाइटियों में माइक्रो एटीएम से 10 हजार रुपए आहरण की लिमिट है। इनमें 25 सोसाइटियों में माइक्रो एटीएम खराब है।
18374 किसानों के अकाउंट हैं अपेक्स बैंक में
201 करोड़ 53 लाख रुपए खातों में जमा।
8 हजार से अधिक किसान निकाल चुके रुपए,10 हजार बाकी
300 किसानों ने परेशान होकर दूसरे बैंकों में खुलाया खाता
टोकन लेना भी मुश्किल
मिलूपारा के मनूराम सिदार ने बताया कि रुपए निकालने वे सुबह 4 बजे बैंक के बाहर पहुंचे। दोपहर 3 बजे के बाद भी रुपए नहीं मिले। सुबह 10.30 से 11 बजे के बीच जब बैंक कर्मी टोकन बांटते हैं तो भगदड़ जैसी स्थिति हो जाती है। तमनार के भानू प्रसाद चौधरी ने बताया कि, गांव में रुपए लेने की व्यवस्था नहीं है इसलिए मजबूरी में रायगढ़ आना पड़ता है, इससे पूरा दिन खराब होता है।
बारी-बारी से बुलाएं यही उपाय
रिटायर्ड बैंक मैनेजर प्रमोद सराफ बताते हैं, कोऑपरेटिव बैंक में ज्यादा एटीएम या शाखाएं नहीं खोल सकते हैं। बैंक प्रबंधन सोसाइटी के आधार पर किसानों की लिस्ट बनाए और बारी-बारी से बुलाए तो दिक्कत नहीं होगी। लॉकडाउन के समय पैसे निकालने की भीड़ ना हो इसके लिए बैंकों ने अलग-अलग दिन उपभोक्ताओं को बुलाने का इंतजाम किया था। किसानों के पास यदि अपेक्स बैंक के अलावा दूसरे एकाउंट है तो ऑनलाइन ट्रांसफर किया जा सकता है।
2 से 3 दिनों में व्यवस्था सुधार देंगे
“सोसाइटियों में माइक्रो एटीएम से कैश दिला सकें इसकी कोशिश कर रहे हैं, सारे एटीएम ठीक कराए जा रहे हैं। 50 फीसदी से ज्यादा किसान कम पैसे निकालते हैं, वे अपने सोसाइटियों में कैश निकाल लेंगे। कल ही मैंने अफसरों को निर्देश दिया है। अगले दो से 3 दिन में व्यवस्था सुधरेगी। जरूरत पड़ी तो एक और काउंटर खोल दिया जाएगा।’’
-बैजनाथ चन्द्राकर, चेयरमैन, अपेक्स बैंक
साभार: दैनिक भास्कर