दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के लिए चल सकती हैं विशेष ट्रेनें साउथ बिहार व बिलासपुर-पटना को मिल सकती है हरी झंडी
बिलासपुर. रेलवे ने त्योहारी सीजन को देखते हुए कुछ विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है। दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ के मद्देनजर इसकी तैयारी की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि सबकुछ ठीक रहा तो साउथ बिहार के अलावा बिलासपुर-पटना ट्रेन को पटरी पर दौड़ने की हरी झंडी मिल सकती है। गौरतलब है कि बिलासपुर में बिहार बंगाल समेत अन्य जगहों पर त्योहार मनाने के लिए बड़ी संख्या में बिहारी और बंगाली अपने राज्यों की ओर जाते हैं और आते भी हैं। लगभग हर त्योहारी सीजन में रेलवे इसके लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करवाता आ रहा है। फिलहाल रेलवे ने 2 दर्जन से अधिक ट्रेनों को ही पटरी पर चलाने की अनुमति दी है। इनमें भी बिलासपुर स्टेशन से होकर कुछ विशेष ट्रेनें ही गुजर रही हैं। लोग हर बार त्योहारी सीजन में नई ट्रेन चलाने की मांग करते हैं ताकि उन्हें दूर के सफर में दिक्कत नहीं हो।
छपरा-दुर्ग स्पेशल ट्रेन की सुविधा 13 अक्टूबर से
रेल यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली 05159 /05160 छपरा – दुर्ग –छपरा स्पेशल ट्रेन 13 अक्टूबर से छपरा से एवं 14 अक्टूबर से दुर्ग से प्रतिदिन चलेगी। ट्रेन में 11 स्लीपर, 02 एसी थ्री, 01 एसी टू टायर, 01 एसी फ़र्स्ट कम एसी टू टायर, एसी थर्ड सहित सभी कोच आरक्षित रहेंगे। यह ट्रेन बिलासपुर, उसलापुर, पेंड्रा, से होकर दुर्ग पावर हाउस स्टेशन पर चलेगी।
बिहार व बंगाल जाने वाले अधिक, इससे इस रूट पर ट्रेन चलाने की संभावना
हर त्योहारी सीजन में बड़े पैमाने पर लोग ट्रेनों के जरिए अपनी मंजिल तक पहुंच रहे हैं। कोरोना के दौर में भी लोग अपने घर जाने व वापस आने में बड़ी रुचि दिखा रहे हैं। रेलवे अधिकारियों को भी इस बात का पता है कि खासतौर पर बिहार, बंगाल जाने वाले नई ट्रेनों की मांग करेंगे। इसलिए ही साउथ बिहार के अलावा बिलासपुर-पटना ट्रेन के चलने की संभावना को बल मिल रहा है।
डिवीजन से भेजा गया होगा प्रस्ताव,मुझे जानकारी नहीं
“त्योहारी सीजन में नई ट्रेनों के संचालन को लेकर यदि कोई प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया होगा तो वह डिवीजन से गया होगा। मुझे इसकी सूचना नहीं दी गई है। आने वाले दिनों में यदि कोई नई ट्रेन चलने वाली होगी तो उसकी जानकारी जरूर दे दी जाएगी।”
-साकेत रंजन, सीपीआरओ रेलवे