प्रवेश प्रक्रिया 29 तक हो जाएगी पूरी, 1 नवंबर से छात्रों की लगने लगेंगी ऑनलाइन क्लासेस

कोरबा. शैक्षणिक सत्र 2020-21 की अब तक कक्षाएं शुरू नहीं हो पाई थीं। कोरोना संक्रमण के कारण सत्र का 4 माह बिना अध्यापन के बीत गया है। वहीं इस अवधि में प्रवेश के साथ शैक्षणिक सत्र 2019-20 की परीक्षाएं भी आयोजित की जाती रही हैं। जिसके परिणाम की घोषणा भी अब अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। शेष कक्षाओं के परिणाम व प्रवेश की प्रक्रिया 29 अक्टूबर तक पूरी करने कहा गया है। क्योंकि यूजीसी के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने भी सभी संबद्ध यूनिवर्सिटी व कॉलेजों के प्राचार्यों से 1 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने कहा गया है। ऑनलाइन क्लास शुरू करने के लिए छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव सरोज उईके ने उच्च शिक्षा संचालनालय, रायपुर के आयुक्त को तो उच्च शिक्षा संचालनालय, रायपुर के आयुक्त शारदा वर्मा ने सभी यूनिवर्सिटी के कुलपति व प्राचार्यों को शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए शैक्षणिक कार्य प्रारंभ करने कहा है। पत्र में कहा गया है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश के पालन में राज्य शासन ने प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटी व कॉलेजों के शैक्षणिक सत्र के लिए ऑनलाइन अध्यापन 1 नवंबर से प्रारंभ किए जाएं। साथ शासन के निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए। हालांकि अभी कॉलेजों के पास संशोधित पाठ्यक्रम जिसके अनुसार ऑनलाइन कक्षाएं ली जानी हैं उसकी जानकारी नहीं आयी है। सूत्रों की मानें तो यूनिवर्सिटी स्तर पर एक एक्सपर्ट टीम गठित कर ली गई है जो संशोधित पाठ्यक्रम तैयार कर रही है।
कोरोना के संक्रमण कॉल में छात्रों को बचाने ऑनलाइन क्लास है एक बेहतर विकल्प
कोरोना संक्रमण से अभी पूरी तरह से हम सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए छात्र-छात्राओं को उससे बचाने के लिए ऑनलाइन क्लास एक बेहतर विकल्प हैं। इससे छात्रों को अनावश्यक घर से निकलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे घर अपने घर में बैठे ही ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे साथ ही अपने घर के जरूरी काम भी करते रहे हैं, कॉलेज आने जाने में जो समय लगता था वह भी उनका बचेगा जिसका उपयोग अध्ययन अध्यापन में कर सकेंगे।
दूरवर्ती क्षेत्र (जहां कनेक्टिविटी नहीं) के छात्र हो सकते हैं परेशान
ऑनलाइन क्लास में सबसे बड़ी समस्या नेटवर्क की होगी। इस समस्या से नगरीय व उपनगरीय क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को तो किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। लेकिन दूरवर्ती क्षेत्रों (ग्रामीण अंचल) में रहने वाले छात्र-छात्राओं को इससे जरूर परेशानी होगी। ऐसे छात्रों को अपने सहपाठी छात्रों से संपर्क बनाकर उनके माध्यम से पढ़ाई करनी होगी।
जल्द आ जाएगा संशोधित पाठ्यक्रम: प्राचार्य
गवर्नमेंट पं.मुकुटधर पाण्डेय कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सतीश कुमार अग्रवाल ने कहा कि यूनिवर्सिटी स्तर पर ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कक्षावार पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। सत्र का 4 माह बीत चुका है। बचे समय में कितना पाठ्यक्रम पूरा किया जा सकता है इसके लिहाज से संशोधित पाठ्यक्रम रहेगा। ताकि छात्रों पर अधिक भार न पड़े। संशोधित पाठ्यक्रम जल्द ही आ जाएगा।
नेटवर्क विहीन क्षेत्र में देंगे सुविधा: प्राचार्य
गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आरके सक्सेना ने कहा कि नेटवर्क विहीन क्षेत्र के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए उन्हें यूट्यूब, वाट्सअप के माध्यम से वीडियो उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। साथ ही पाठ्यक्रम का पीडीएफ बनाकर भी दिया जाएगा ताकि एक बार अपलोड करने पर आगे भी उसे देख सकेंगे। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में आसानी होगी।

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