भाजपा नेता दिलराज के भाई की संदिग्ध मौत में मामले में भाजयुमो आया सामने
रायगढ़। बीते दिनों भाजपा नेता दिलराज सिंह के भाई अभिषेक सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर आज भाजयुमो ने पुलिस अधीक्षक के पास मामले को लेकर पहुंचे। ज्ञापन में उन्होंने घटना को एक सोंची समझी योजना के तहत हत्या होना बताया।
इस मामले में दिलराज सिंह ने बताया कि वह जिला जेल के सामने फल दुकान लगाकर अपने परिवार की जीविकोपार्जन करता हैं। 01 दिसम्बर की शाम उसके छोटे भाई अभिषेक सिंह को उसके फल दुकान से ही अभय सिंह अपने साथ कार में बैठाकर ले गया और फिर 3 दिसम्बर की सुबह अभय सिंह के दोस्त वीर बहादुर ने दिलराज के घर आकर सूचना दी कि अभिषेक सिंह की मृत्यु हो गई और उसकी पार्थिव शरीर जिला अस्पताल में रखा हुआ है । दिलराज जब अस्पताल पहुंचे तो अपने दिवंगत भाई की शारीरिक स्थिति को देखकर उनको किसी आपराधिक अनहोनी का संदेह हुआ। अभय सिंह से फोन पर बात करने पर उन्होंने मौत का कारण सड़क दुर्घटना से होना बताया उसके बाद फिर फोन बंद कर दिया जबकि अभिषेक की पार्थिव देह पर किसी बड़े धारदार हथियार के निशान थे पैर-जांग कटे हुए थे पर कपड़ा कटना तो दूर घीसा हुआ भी नही था, सर पर गहरे जख्म के निशान थे जिसे देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि यह जघन्य हत्या है। हफ्ते भर बीत जाने के बाद भी अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नही आयी है।
फिलहाल भाजयुमो के निष्पक्ष जांच की मांग पर पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर जल्द से जल्द घटना से पर्दा उठेगी।
बहरहाल पुलिस अधीक्षक के दिए आश्वाशन के बाद भाजयूमो इस घटना पर नजर बनाए हुए है यदि इस मामले में निष्पक्ष जांच नही हुई तो वे सड़को पर उतरकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
ज्ञापन के दौरान भाजपा नेता बब्बल पाण्डेय, शैलेश माली,रामजाने भारद्वाज, अविनाश चौहान,सूरज शर्मा, परितोष शुक्ला, कार्तिक साहू, बलराज कुर्रे, दिग्विजय सिंह, हर्ष सिंह, हिमांशु सिंह, तुषार सिंह, नविन सिदार अजय महंत,शुभम यादव, रुद्रा सिंह, साहिल सिंह, समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।