महाराज अग्रसेन जयंती सादगी पूर्ण आयोजन सराहनीय :- गोमती साय

महाराज अग्रसेन जयंती सादगी पूर्ण आयोजन सराहनीय :- गोमती साय

रायगढ़ अग्र समाज का गौरवशाली इतिहास

रायगढ़ :- अग्रवाल समाज के आराध्य महाराज अग्रसेन की जयंती सादगी पूर्ण मनाये जाने के निर्णय को स्वागतेय बताते हुए सांसद गोमती साय नें कहा कि क्रोध वश इंद्र ने महाराज अग्रसेन के राज्य प्रतापनगर में वर्षा का होना रोक दिया। चारों ओर त्राहि-त्राही मच गयी। लोग अकाल मृत्यु का ग्रास बनने लगे। तब महाराज अग्रसेन ने इंद्र के विरुद्ध युद्ध छेड दिया। जनहित के लिए इंद्र से धर्म युद्ध करने वाले महाराजा अग्रसेन का पडला भारी रहा l महाराज अग्रसेन ने प्रजा-जनों की खुशहाली के लिए शिवजी की घोर तपस्या कर भगवान शिव ने प्रसन्न हो उन्हें माँ लक्ष्मी की तपस्या करने की सलाह दी। परोपकार हेतु की गई तपस्या से प्रसन्न माँ लक्ष्मी ने दर्शन देकर नया राज्य बनाने का निर्देश दिया l ॠषि मुनियों और ज्योतिषियों की सलाह पर नये राज्य का नाम अग्रेयगण या अग्रोदय रखा गया l उसी जगह पर अग्रोदय की राजधानी अग्रोहा की स्थापना की गई। यह जगह आज के हरियाणा के हिसार के पास हैं। आज भी यह स्थान अग्रवाल समाज के लिए पांचवे धाम के रूप में पूजा जाता है, वर्तमान में अग्रोहा विकास ट्रस्ट ने बहुत सुंदर मन्दिर, धर्मशालाएं आदि बनाकर यहां आने वाले अग्रवाल समाज के लोगो के लिए सुविधायें जुटा दी है। महाराजा अग्रसेन को भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया l २४ सितंबर १९७६ में भारत सरकार द्वारा २५ पैसे का डाक टिकट महाराजा अग्रसेन के नाम पर जारी किया गया। सन १९९५ में भारत सरकार ने दक्षिण कोरिया से ३५० करोड़ रूपये में एक विशेष तेल वाहक पोत (जहाज) खरीदा, जिसका नाम “महाराजा अग्रसेन” रखा गया। राष्ट्रीय राजमार्ग -१० का आधिकारिक नाम महाराजा अग्रसेन पर है।
दिल्ली कनॉट प्लेस के पास हैली रोड में स्थित अग्रसेन बावली ६० मीटर लम्बी व १५ मीटर चौड़ी है l जहां पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम १९५८ के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की देखरेख में हैं। सन २०१२ में भारतीय डाक अग्रसेन की बावली पर डाक टिकट जारी किया गया। अग्रवाल होने का अर्थ अग्रसेन की संतान होना है l रायगढ़ में दानवीर सेठ किरोड़ीमल जी ने महाराजा अग्रसेन द्वारा स्थापित दान की परंपरा को अक्षुण्ण बनाये रखा l उनके द्वारा निर्मित स्कूल कालेज तालाब कुए मंदिर आज भी आम हितों के लिए समर्पित है l ऐसे आराध्य देव की जयन्ती सादगी पूर्ण तरीके से मनाए जाने का निर्णय स्वागतेय है l कोरोना महामारी की वजह से इन रोग से बचना व बचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए l रायगढ़ का अग्रवाल समाज इसका पालन भी कर रहा है l महाराज अग्रसेन के स्थापित उद्देश्यों को पूरा करने अग्रवांशियो का प्रयास स्तुय्य है l

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