मुआवजा लेने से इनकार करने पर काम रुका, 34 पियर बन चुके हैं, 9 के लिए अटका हुआ है काम

बिलासपुर. मुआवजा लेने से इनकार करने पर जयरामनगर रेलवे ओवरब्रिज का काम रुक गया है। मुआवजा लेने वाले वर्गफुट के हिसाब से राशि मांग रहे हैं जबकि एकड़ के हिसाब से स्वीकृत हुई है। ओवरब्रिज का 20 फीसदी काम ही पूरा हुआ है। सेतु विभाग और रेलवे के संयुक्त रूप से निर्माण होने वाले जयरामनगर ब्रिज में मुआवजा लेने के लिए लोग तैयार नहीं हैं। मुआवजा संबंधित अनुभाग से दिया जाना है लेकिन नोटिस देने के बाद भी लोग नहीं आ रहे हैं। कुल 30 लोगों को दी जाने वाली मुआवजा राशि में 9 को छोड़ शेष सहमत हैं लेकिन वे भी अभी मुआवजा राशि का चेक लेने नहीं जा रहे हैं। कुल 28.40 करोड़ रुपए से बनने वाले इस आरओबी में 34 पियर में 25 बन चुके हैं जबकि 9 बनने को हैं। जिस जगह पर शेष 9 पियर बनने हैं वहां मुआवजा राशि देने के बाद ही आगे का काम हो सकेगा। सेतु विभाग के एसडीओ एचसी वर्मा के मुताबिक मुआवजा शासन से स्वीकृत है, जिसकी राशि हमने राजस्व विभाग में पहले ही जमा करा दी है।
18 माह में पूरा करने का है लक्ष्य
जयरामनगर में रेलवे ओवरब्रिज बनाने का काम सीएस कंस्ट्रक्शन नागपुर को मिला है। अधिकतम 18 माह में इसे पूरा कराने की तैयारी है, जिससे लोगों को राहत मिले। रेलवे के ट्रैफिक विकल यूनिट (टीवीयू) सर्वे में 1 लाख से ऊपर होने पर यहां रेलवे ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव बनाया गया है। प्रस्तावित ब्रिज 810 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है। इसमें लेयर रोड 11.10 मीटर की होगी।