मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया क्या है ‘बढ़ौना’; पत्नी और बेटा खेत में निभा रहे परंपरा
भिलाई. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिहार की पत्नी और बेटा परंपराओं का निर्वहन कर रहे हैं। धान कटाई के बाद ‘बढ़ौना’ की रस्म के लिए वे खेत में पहुंचे और उसे पूरा किया।
भिलाई के पाटन के पास गांव में है मुख्यमंत्री के धान के खेत, फसल कटाई के बाद पहुंचा परिवार
मुख्यमंत्री बघेल इस समय चुनाव प्रचार के लिए हैं बिहार में, परिवार का मुखिया निभाता है परंपरा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिहार में इन दिनों चुनावी रैली और सभाओं में व्यस्त है। ऐसे में भिलाई में उनकी पत्नी और बेटा परंपराओं का निर्वहन कर रहे हैं। धान कटाई के बाद ‘बढ़ौना’ की रस्म के लिए उनकी पत्नी व बेटा गुरुवार को खेत में पहुंचे और उसे पूरा किया। मुख्यमंत्री बघेल ने उनकी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए बताया कि ‘बढ़ौना’ की रस्म क्या है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिहार में इन दिनों चुनावी रैली और सभाओं में व्यस्त है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि मैं चुनाव प्रचार के लिए इस समय बिहार में हूं। हमारे छत्तीसगढ़ में खेतों में फसलों की लुआई पूरी हो जाने के बाद लुआई को अंतिम रूप देना ‘बढ़ौना’ कहा जाता है। ‘बढ़ौना’ की परंपरा प्रायः घर के मुखिया द्वारा होती है। आज मेरी धर्मपत्नी और मेरे बेटे ने इसे पूर्ण कर तस्वीरें भेजी हैं। इन्हीं तस्वीरों को मुख्यमंत्री ने शेयर करते हुए जानकारी दी है।
धान कटाई के बाद अगली फसल के और अच्छे होने की कामना की
दरअसल, भिलाई के पाटन के पास कुरुदडीह और बेलौदी गांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खेत हैं। इनमें धान के साथ ही अन्य फसलों की भी पैदावार हुई है। धान कटाई के बाद ‘बढ़ौना’ की परंपरा को निभाया जाता है। इसका मकसद प्रार्थना करना है कि अगली बार और भी अच्छी फसल की पैदावार हो। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की पारंपरिक रस्मों और रिवाजों को लगातार निभाते आ रहे हैं।