10 महीने बाद बैठे, 4 घंटे में जनहित से जुड़े 1 मुद्दे पर चर्चा, 62 कॉलोनी में देंगे ‘अमृत’ जल
रायगढ़. नगर निगम की सामान्य सभा के पांच एजेंडों में, छूटे हुए मोहल्लों में अमृत मिशन का पानी, पीएम आवास आवंटन, स्ट्रीट लाइट ठेका कंपनी बदलने, मड़ई महोत्सव व दो पूजा समितियों को अनुदान शामिल रहा
नगर निगम में 10 महीने बाद सामान्य सभा की बैठक हुई। उम्मीद थी कि शहर में अधूरे पड़े कामों, नए विकास कार्यों और निकाय की कमाई बढ़ाने जैसे मामलों पर चर्चा होगी, फैसले होंगे लेकिन चार घंटे की बैठक में जनता के काम की सिर्फ दो बातें हुईं। बचे हुए मोहल्ले और कॉलोनियों में अमृत मिशन का पानी पहुंचाने और बन कर तैयार पीएम आवास का आवंटन करने पर चर्चा हुई। एजेंडे में इन दो बातों के अलावा शहर में लगी स्ट्रीट लाइट की देखरेख कर रही कंपनी ईएसएसईएल को बदलने और मड़ई, रामलीला, स्टेशन चौक युवा समिति को अनुदान देना शामिल था। बीजेपी ने यूजर चार्ज का विरोध किया, जबकि स्ट्रीट लाइट वाली कंपनी को हटाने सभी एकमत दिखे। निगम ऑडिटोरियम में बुधवार को सामान्य सभा हुई। बैठक में पार्षदों ने वार्डों की समस्याओं के साथ अमृत मिशन के काम में देरी, अधूरी पाइपलाइन, स्ट्रीट लाइट और जल कर पर सरचार्ज जैसे मुद्दे उठाए। विपक्ष के सुभाष पांडेय और महेश कंकरवाल ने कोरोना काल में मनमाने ढंग से यूजर चार्ज वसूली का आरोप लगाया, विपक्ष के साथ मिलकर सत्ता पक्ष के पार्षदों ने स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस का ठेका निरस्त करने की मांग रखी। बैठक के एजेंडे पर सदन में विपक्ष व सत्ता पक्ष के पार्षदों ने अपनी-अपनी बात रखी। अमृत मिशन के लिए पाइप बिछाने मनमाने ढंग से नई सड़कों की खुदाई और मरम्मत में देरी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों ने विरोध जताया। पीएम आवास के मोर चिन्हारी योजना अंतर्गत बनकर खाली पड़े मकानों पर नए सिरे से सर्वे कर आवंटन पर सहमति बनी।
मॉनिटरिंग के लिए पार्षदों की कमेटी
सदन में अमृत मिशन के मुद्दे को लेकर सबसे ज्यादा हंगामा हुआ। विपक्ष में कोतरा रोड में छह माह के लीकेज दुरुस्त नहीं होने, 62 कॉलोनियों में अबतक पाइप नहीं बिछाए जाने की बात कही। इसे लेकर दोनों पक्ष के सदस्यों के बीच काफी समय तक बहस छिड़ी रही। आखिर में पार्षदों ने आयुक्त समेत इंजीनियरों को पब्लिक की समस्या और धीमी रफ्तार के लिए जिम्मेदार ठहराया और कमेटी बनाने की मांग रखी। सभापति ने महापौर की अध्यक्षता में सभी पार्षदों के साथ ठेकेदार की बैठक कर सघन मॉनिटरिंग और काम शुरू करने की बात कही है।
यूजर चार्ज और सरचार्ज पर बरसे विपक्ष के नेता
यूजर चार्ज और जल कर पर सरचार्ज को लेकर विपक्ष के नेता सदन में चर्चा शुरू होने के पहले जमकर बरसे। पूर्व सभापति सुभाष पांडेय ने कहा कि यूजर चार्ज 2017 से शुरू किया है, लेकिन कोरोना काल में निगम मनमाने ढंग से इसकी वसूली कर रहा है। वही उप नेता प्रतिपक्ष सीनू राव ने जल कर पर वसूल किए जा रहे सरचार्ज को प्रदेश में सबसे ज्यादा बताते हुए लोगों को आर्थिक रूप से परेशान करने का आरोप शहर सरकार पर लगाया।
प्रश्नकाल में ज्यादा सवाल वार्डों से संबंधित रहे
सदन से बैठक के पूर्व कुल 17 पार्षदों ने 32 सवाल किए थे, इनमें 12 पर चर्चा हुई। इन सवालों में से डेढ़ घंटे तक चले प्रश्नकाल में लॉटरी कर 16 पर ही जवाब प्रस्तुत किए गए। वार्ड नंबर 22 पर आरसीसी सड़क के संबंध में एमआईसी प्रभारी ने बताया कि मोहल्लेवासियों ने सड़क उखाड़ कर नई सड़क बनाने की बात कही है, जो इस इस्टीमेट में बनाना संभव नहीं है।