6 हजार वर्ग मीटर पर बनेगी पार्किंग, जरूरी सुविधाओं के साथ दो मंजिला संजय मार्केट
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 करोड़ रुपए स्वीकृत किए, हाईकोर्ट के फैसले के बाद शुरू होगा काम
रायगढ़. संजय कॉम्प्लेक्स की दशा सुधारने 14 करोड़ रुपए के निगम के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी है। 7975 वर्गमीटर में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने का प्लान है। जिसमें 6000 वर्ग मीटर की अंडर ग्राउंड पार्किंग के साथ सब्जी मंडी होगी। निगम ने तैयारी तो पूरी कर ली है लेकिन अमल छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट द्वारा स्टे हटाए जाने के बाद ही होगी। रायगढ़ प्रवास के दौरान विभिन्न मांगों पर सीएम भूपेश बघेल ने संजय कॉम्प्लेक्स को सुधारने के लिए 14 करोड़ रुपए का बजट देने की घोषणा की थी। प्लानिंग के मुताबिक 3500 वर्ग मीटर में लगभग 320 दुकानें बनेंगी। छत ढालकर इस पर मंडी के लिए पसरे बनाए जाएंगे। अभी सही ड्रेनेज, सड़क नहीं होने के कारण बारिश में पूरे परिसर में गंदा पानी भरा होता है। आम दिनों में भी यहां गंदगी ज्यादा होती है। यहां 400 दुकानें या पसरे हैं। लगभग पांच साल पहले जब तत्कालीन कलेक्टर और वर्तमान में नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेल मंगई डी ने संजय कॉम्प्लेक्स को व्यवस्थित करने की तैयारी की तो यहां से विस्थापित किए जाने की आशंका में कुछ व्यवसायी हाईकोर्ट पहुंचे थे। इसके बाद पूरी प्रक्रिया पर स्टे लग गया था।
जनवरी में सुनवाई
निगम के विधि अधिकारी सुतीक्षण यादव के अनुसार हाईकोर्ट में निगम और सब्जी व्यवसायियों के बीच 1987 से केस चल रहा है। 2013 में केस में तेजी आई लगा कि फैसला जल्द ही आ जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 17 दिसंबर 2020 को आखिरी सुनवाई थी। शीतकालीन सत्र के कारण सुनवाई नहीं हो पाई। अब कोर्ट खुलने से उम्मीद दोबारा जागी है। जनवरी में केस की सुनवाई है। इसके बाद आगे फैसला आ सकता है। दोनों पक्षों के बीच बैठकर सुलह हो सकती है।
64 हजार रुपए देने होंगे पसरा के लिए
नगर निगम की प्लानिंग एक पसरा 8 बाई 8 वर्गफीट यानि कुल 64 वर्गफीट का होगा। इसका निगम ने एक हजार रुपए प्रति वर्ग फुट का रेट रखा हुआ है। यानि 64 हजार रुपए देने होंगे, वहीं कुछ दुकानें 10 बाई 10 यानि 100 वर्गफीट की होंगी। निगम के लोगों का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद तय होगा कि दुकानें नीलाम करनी है या सर्वे में पाए गए कब्जाधारियों से प्रीमियम राशि लेना है।
व्यवस्थित हो बाजार तो इन परेशानियों से मुक्ति
आगजनी का खतरा- 2018 में सब्जी मंडी में भीषण आग लगी थी। 70 से अधिक दुकानें जलकर राख हो गई थी। तीन दिनों तक लोग अपने सामान ढूंढ रहे थे। लाखों रुपए का नुकसान हुआ था। कारण था सब्जी मंडी की बसाहट। दरअसल संकीर्ण जगह पर बसे होने के कारण यहां फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी नहीं पहुंच पाई थी। यही खतरा हमेशा बना रहेगा।
बीमारी के फैलने का खतरा-2019 में शहर में जब डेंगू महामारी फैली थी। इस दौरान लगातार संजय कॉम्प्लेक्स के भीतर डेंगू का लार्वा मिल रहा था। इसी तरह कोविड के दौरान भी पूरे सब्जीमंडी को बंद करवा दिया गया। सघन बसाहट के कारण बीमारी के ज्यादा फैलने का खतरा भी ज्यादा होता है।
कोर्ट के फैसले की प्रतीक्षा
“हमने सीएम हाउस के लिए फाइल भेज दी है। कोर्ट से फैसला आने के तुंरत बाद काम शुरू कर दिया जाएगा, तैयारी पूरी हो चुकी है।”
-आशुतोष पांडेय, आयुक्त, ननि, रायगढ़