800 स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर, मरीजों को निजी हॉस्पिटल में कराना पड़ा इलाज
रायगढ़. कोरोनाकाल में बीमा पॉलिसी देने सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार को स्वास्थ्य कर्मचारी दो दिनों की हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल की वजह से जिले सीएचसी, पीएचसी और मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। सोमवार को मेकाहारा का लैब, ब्लड बैंक एवं सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य हॉस्पिटलों में भी कामकाज प्रभावित रहा। मेकाहारा में स्टॉफ नर्सेस, लैब अटेंडेंट, एनएम, वार्ड ब्वाय सहित अन्य कर्मचारी दिनभर हड़ताल पर रहे। इससे लेबोरेटरी, ब्लड बैंक दिनभर बंद रहा। गंभीर बीमारियों के मरीजों को मेकाहारा से प्राइवेट हॉस्पिटल जाना पड़ा। मेकाहारा में नर्सिंग फाउंडेशन कोर्स के 18 स्टूडेंट्स व इंटर्नशिप कर रहे 63 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई। इसके बावजूद इमरजेंसी सेवा छोड़कर दूसरी बीमारियों के मरीजों की भर्ती हॉस्पिटल में नहीं ली गई। हड़ताल के बाद जब स्थिति सामान्य होगी, तब हॉस्पिटल में मरीजों की भर्ती ली जाएगी। सीएचसी और पीएचसी में भी एनएचएम के संविदा कर्मचारियों को तैनात किए गए हैं। मेडिकल कॉलेज में भी संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष उम्मेद पटेल ने बताया कि सिविल हॉस्पिटल सहित अन्य सरकारी हॉस्पिटलों में इलाज दिनभर प्रभावित रहा। मंगलवार को भी ऐसी स्थिति रहेगी। बुधवार से ही हालात सामान्य होने के आसार है, यदि आगे मांगे नहीं मानी जाती है तो प्रांतीय समिति के निर्णय के बाद आंदोलन बड़े रूप किया जाएगा।
वैकल्पिक व्यवस्था की है इलाज कर रहे है डॉक्टर
“सीएचसी, पीएचसी सहित अन्य हॉस्पिटलों में एएनएम से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है, उन्हें वैकल्पिक तौरपर रखा गया है। डॉक्टर्स भी सेवाएं दे रहे है, ओपीडी खुली रहे और मरीजों का इलाज हो सके, ऐसी व्यवस्था की गई है। कल से स्थिति ठीक हो जाएगी।”
-डॉ. एसएन केशरी, सीएमएचओ