नक्सली बंदूक फैक्ट्री का पर्दाफाश, पुलिस ने बरामद किए विस्फोटक और हथियार बनाने का सामान

जगदलपुर. ओडिशा के मलकानगिरी जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर डीवीएफ (डिस्ट्रिक्ट वॉलंटियर फोर्स) और एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त टीम ने कालीमेला थाना क्षेत्र के धूमल और चिलकलामुडी रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान टीम को आंध्र-ओडिशा सीमा के सिलुरु थाना क्षेत्र में नक्सलियों की एक गुप्त बंदूक फैक्ट्री का पता चला।
छापेमारी में सुरक्षा बलों ने कई अर्धनिर्मित बंदूकें, हथियारों की मरम्मत में उपयोग होने वाले उपकरण, वेल्डिंग मशीन, जनरेटर और बड़ी मात्रा में वेल्डिंग रॉड बरामद की। इसके अलावा नक्सलियों द्वारा छिपाई गई तीन बारूदी सुरंगें भी मिलीं, जिनका वजन क्रमशः तीन, दो और एक किलो बताया गया है। पुलिस ने मौके से पांच डेटोनेटर और कॉडेक्स वायर भी जब्त किए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि यह फैक्ट्री नक्सलियों के हथियार निर्माण और मरम्मत का प्रमुख अड्डा था, जहां से आसपास के इलाकों में हथियार सप्लाई किए जाते थे। बरामद सभी विस्फोटक सामग्री को मौके पर नष्ट कर दिया गया है, जबकि जब्त उपकरणों और अन्य सामानों को जिला पुलिस कार्यालय में प्रदर्शित किया गया है।
मलकानगिरी एसपी ने इसे नक्सली नेटवर्क पर बड़ा प्रहार बताया है और कहा कि सुरक्षा बलों का अभियान आगे भी जारी रहेगा। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि क्षेत्र को नक्सल प्रभाव से मुक्त किया जा सके।