पीएम किसान योजना के नाम पर 12 लाख की ठगी, पुलिस ने झारखंड से मास्टरमाइंड को किया गिरफ्तार

बालोद | बालोद जिले की साइबर सेल और डौण्डीलोहारा थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पीएम किसान योजना के नाम पर एपीके फाइल भेजकर 12 लाख रुपये से अधिक की साइबर ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी विकास कुमार दास को पुलिस ने मधुपुर, देवघर (झारखंड) से गिरफ्तार किया है। आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर बालोद लाया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार पीड़ित, जो भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, को एक अज्ञात व्यक्ति ने व्हाट्सएप पर “PM Kisan Yojana App” नामक एपीके फाइल भेजी थी। जैसे ही उन्होंने वह फाइल डाउनलोड की, उनका मोबाइल हैक हो गया। इसके बाद जालसाजों ने पीड़ित के बैंक खातों से कुल 12,13,860 रुपये ट्रांसफर कर लिए। घटना की शिकायत पर थाना डौण्डीलोहारा में साइबर ठगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
मामले की जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और मोबाइल ट्रेसिंग के जरिए ठगों के नेटवर्क का पता लगाया। जांच में सामने आया कि ठगी गिरोह का संचालन बिहार और झारखंड से किया जा रहा था। लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने बिहार के जमुई जिले से तीन आरोपियों — नीतीश कुमार दास (22), अरविंद कुमार दास (18) और राकेश कुमार दास (21) — को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। ये सभी साइबर ठगी के लिए फर्जी बैंक खातों और मोबाइल नंबरों का उपयोग करते थे।
मुख्य आरोपी विकास कुमार दास (23 वर्ष), पिता गुड्डू दास, निवासी ग्राम केसरगढ़ा, थाना मधुपुर, जिला देवघर (झारखंड) फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने झारखंड में कई दिनों तक कैंप किया और स्थानीय मुखबिरों की मदद से आरोपी के ठिकाने का पता लगाया। अंततः उसे एक योजनाबद्ध छापेमारी में गिरफ्तार कर लिया गया।
बालोद पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी गिरोह का मास्टरमाइंड है और देशभर में इस तरह की कई साइबर ठगी की घटनाओं में शामिल रहा है। पुलिस अब उसके बैंक खातों, मोबाइल डेटा और डिजिटल उपकरणों की जांच कर रही है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और ठगी के नेटवर्क का पूरा खुलासा किया जा सके।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक या ऐप को डाउनलोड न करें और सरकारी योजनाओं से संबंधित जानकारी केवल सरकारी वेबसाइट या आधिकारिक ऐप से ही प्राप्त करें।