5 डिसमिल से कम की जमीन की रजिस्ट्री पर रोक से खरीदी-बिक्री प्रभावित, ऑनलाइन प्रक्रिया भी राहत नहीं बनी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 5 डिसमिल से कम की कृषि जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगाए जाने के बाद से जमीन की खरीदी-बिक्री पर असर पड़ा है। पहले रायपुर जिले में प्रतिदिन लगभग 200 से अधिक रजिस्ट्री होती थी, लेकिन अब यह संख्या बमुश्किल 150 के पार जा रही है। छोटे प्लाट, जैसे 1000, 1500 या 2000 वर्गफीट के प्लाट खरीदने में बड़ी समस्या आ रही है, क्योंकि रजिस्ट्री प्रक्रिया पर रोक लगने से आम लोग छोटे साइज के प्लाट नहीं खरीद पा रहे हैं। वहीं, बिल्डरों को इससे फायदा हो रहा है।
सरकार ने रजिस्ट्री प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू की है, लेकिन इसके बावजूद आम लोगों को राहत नहीं मिल रही है। ऑनलाइन दस्तावेज अपलोड करने और अपॉइंटमेंट लेने के बावजूद कई मामलों में रजिस्ट्री पूरी नहीं हो पा रही है। कंप्यूटर ऑपरेटरों के पास पर्याप्त जानकारी न होने और उप पंजीयकों के अवकाश पर चले जाने से कई मामलों में प्रक्रिया रुकी हुई है।
विशेष रूप से हाउसिंग बोर्ड और आरडीए से मकान, फ्लैट व जमीन खरीदने वालों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। कई लोग फ्लैट, मकान या प्लाट तो खरीद चुके हैं, लेकिन हाउसिंग बोर्ड या आरडीए के नाम पर न चढ़ने के कारण उनकी रजिस्ट्री पेंडिंग है। ऐसे सैकड़ों मामले लंबित पड़े हैं, जिनका अभी तक समाधान नहीं हो सका है।
वहीं अवैध प्लाटिंग पर रोक लगने से समस्या में थोड़ी कमी दिख रही है, लेकिन यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई है। पुराना धमतरी रोड, सरोना, विधानसभा, कचना, नवा रायपुर, मंदिरहसौद जैसे इलाकों में अवैध प्लाटिंग का खेल जारी है।
सरकारी छुट्टियों का असर भी रजिस्ट्री प्रक्रिया पर पड़ रहा है। शनिवार-रविवार के साथ-साथ अन्य छुट्टियों के कारण रजिस्ट्री प्रभावित हो रही है। इस सप्ताह शुक्रवार, शनिवार और रविवार को अवकाश होने के बाद पितृपक्ष भी शुरू होने वाला है, जिससे जमीन की खरीदी-बिक्री पर और असर पड़ेगा।