October 3, 2025

बीएमओ की मनमानी से सक्ती अस्पताल में रुका ऑपरेशन कार्य, डॉक्टर पत्नी की छुट्टी पर ओटी में ताला, 5 महीनों से गर्भवती महिलाएं हुईं परेशान

सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो चिकित्सा व्यवस्था में मनमानी और अधिकारियों की अनदेखी को उजागर करता है। सक्ती के मातृ एवं शिशु अस्पताल में पिछले पांच महीने से गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर (ओटी रूम) में ताला लगा हुआ है। इस पूरी स्थिति के पीछे बीएमओ (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) डॉ. सूरज राठौर की मनमानी सामने आ रही है।

दरअसल, सक्ती के मातृ एवं शिशु अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पना राठौर, जो कि बीएमओ डॉ. सूरज राठौर की पत्नी हैं, छुट्टी पर चली गईं। इसके बावजूद डॉ. सूरज राठौर ने अस्पताल में किसी वैकल्पिक स्त्री रोग विशेषज्ञ की व्यवस्था नहीं की। नतीजतन, अप्रैल से ऑपरेशन थिएटर को बंद कर दिया गया। यह स्थिति तब और अधिक गंभीर हो गई जब कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इस समस्या का समाधान करने का प्रयास किया, मगर डॉ. सूरज राठौर ने हर बार उनकी बात को ठुकरा दिया। उन्होंने किसी भी अन्य डॉक्टर को तैनात नहीं किया ताकि उनकी पत्नी की जगह कोई अन्य स्त्री रोग विशेषज्ञ कार्यरत न हो।

इस मामले की पृष्ठभूमि भी विशेष है। पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, तब सक्ती जिले में मातृ एवं शिशु अस्पताल के साथ-साथ जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) पद बनाया गया था। उसी समय डॉ. सूरज राठौर ने अपनी पत्नी डॉ. कल्पना राठौर को सरकारी अस्पताल में सालाना 36 लाख रुपये के पैकेज पर नियुक्त कराया था। परंतु सरकार बदलने के बाद डॉ. सूरज राठौर को सीएमएचओ पद से बीएमओ पद पर भेज दिया गया। बावजूद इसके, उनकी मनमानी जारी रही और उन्होंने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के ऑपरेशन थिएटर में ताला लटका दिया।

अब इस गंभीर स्थिति पर नए सीएमएचओ डॉ. पूजा राठौर ने संज्ञान लिया है। उन्होंने तुरंत कलेक्टर से बात कर एक नए स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे जल्द ही सक्ती के सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए ऑपरेशन की सुविधा बहाल हो जाएगी। यह मामला चिकित्सा व्यवस्था में व्यक्तिगत स्वार्थ और मनमानी के खिलाफ गंभीर संकेत के रूप में देखा जा रहा है। प्रशासनिक कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसे मामलों से बचा जा सके।

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