हाथी से गेरसा, पोटिया गांव में फसल व झोपड़ी की नुकसानी

हाथी से गेरसा, पोटिया गांव में फसल व झोपड़ी की नुकसानी!
@सरहदी इलाके में वृद्ध महिला को किया घायल! धरमजयगढ़:- वनमंडल में लंबे समय से जंगली हाथियों की लगातार मौजूदगी बनी हुई है। ऐसे में हाथी से भय व्याप्त होना लाजमी है, बताया जाता है कि जंगली हाथियों का भय कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा है कि शाम ढलते ही गांव की गलियां सूनी हो जाती हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों को हाथी से जान का भय तो दूसरी ओर फसल नुकसानी का डर। प्रभावित इलाकों में ग्रामीण इस दोतरफा भय के साए में जीवन जीने को मजबूर हैं।
लगातार जंगली हाथियों की बढ़ती संख्या से मानव और हाथी के बीच द्वंद भी जारी है। बहरहाल बता दें,बिती रात को कापू और सरगुजा क्षेत्र के सरहदी इलाके में स्थित परसा ग्राम में 15 हाथियों का दल घुसपैठ कर दिया और वहीं एक मकान को तोड़ते हुए एक वृद्ध महिला को घायल किया है। इधर धरमजयगढ़ फारेस्ट डिवीजन क्षेत्र के पोटिया गांव में हाथी फसल और झोपड़ी को तोड़कर नुकसान पहुंचाया है।
मौजूदा समय मे बताया जा रहा है पोटिया से ओंगना मार्ग में 396 आर एफ के घुमनारा जंगल मे दो हाथी विचरण कर रहे हैं। वहीं, गेरसा मार्ग में एक हाथी की मौजूदगी है, साथ ही अलोला के जंगल मे 15 हाथी की उपस्थिति बताई जा रही है। हालांकि वन विभाग की ओर से लगातार लोगों को हाथी से बचाव को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में कापू रेंजर ने बताया कि जन घायल के मामले में सरगुजा वन विभाग के द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।