October 18, 2025

नहीं रही छत्तीसगढ़ की बाघिन ‘बिजली’, बेहतर इलाज के लिए भेजी गई थी गुजरात

रायपुर। छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय बाघिन ‘बिजली’ अब नहीं रही। रायपुर जंगल सफारी में रहने वाली यह बाघिन लंबे समय से बीमार चल रही थी। उसकी तबीयत में लगातार गिरावट आने के बाद वन विभाग ने उसे बेहतर इलाज के लिए गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड केयर सेंटर भेजा था। लेकिन वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। वनतारा की ओर से सोशल मीडिया पर उसकी मौत की पुष्टि की गई है।

बाघिन बिजली की उम्र लगभग 8 साल थी। वह जंगल सफारी की सबसे आकर्षक और लोगों की पसंदीदा बाघिनों में से एक थी। पिछले कुछ महीनों से उसे यूट्रस और ओरल इन्फेक्शन की गंभीर समस्या थी। रायपुर में विशेषज्ञों की टीम की निगरानी में उसका इलाज किया जा रहा था, लेकिन उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद 7 अक्टूबर को उसे विशेष ट्रेन कोच से जामनगर भेजा गया था। वन विभाग ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से संपर्क कर आवश्यक व्यवस्थाएं की थीं। हावड़ा-अहमदाबाद ट्रेन में रायपुर से उसके परिवहन की अनुमति दी गई थी।

वनतारा वाइल्डलाइफ सेंटर में बिजली के इलाज की पूरी तैयारी की गई थी। उसे उच्च स्तरीय चिकित्सीय निगरानी में रखा गया था। वहां की मेडिकल टीम ने संक्रमण नियंत्रित करने और उसे स्वस्थ बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया, लेकिन इलाज के दौरान उसने प्राण त्याग दिए। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उसकी पोस्टमार्टम प्रक्रिया शनिवार को वन विशेषज्ञों और डॉक्टरों की मौजूदगी में की जाएगी, ताकि उसकी मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।

‘बिजली’ का जंगल सफारी से गहरा जुड़ाव था। वह सफारी की पहली पीढ़ी की बाघिनों में शामिल थी और सैकड़ों पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। उसकी चंचलता और सहज स्वभाव के कारण बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक उसे बेहद पसंद करते थे। उसकी बीमारी और फिर गुजरात भेजे जाने की खबर ने पहले ही लोगों को चिंतित कर दिया था, और अब उसकी मौत ने वन्यजीव प्रेमियों को गहरा आघात पहुंचाया है।

छत्तीसगढ़ के वन विभाग ने बिजली की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि उसे बचाने के हर संभव प्रयास किए गए। विशेषज्ञों की टीम लगातार उसकी देखरेख कर रही थी। विभाग ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। बाघिन बिजली की मृत्यु ने न केवल रायपुर जंगल सफारी को बल्कि पूरे प्रदेश के वन्यजीव प्रेमियों को शोकाकुल कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *